भोपाल। सूखे की मार झेल रहे बुंदेलखंड में कर्ज से दबे परिवार बच्चों तक का सौदा करने से नहीं हिचक रहे हैं, नया मामला टीकमगढ़ जिले का है। यहां एक आदिवासी महिला ने अपनी नाबालिग बेटी का 1.20 लाख रुपए में सौदा कर दिया, यह खुलासा किया है महिला के भाई और नाबालिग लड़की के मामा ने, जबकि महिला शादी करने की बात कह रही है। वहीं प्रशासन पूरे मामले की जांच करा रहा है।
मामला टीकमगढ़ जिले के देहात थाना क्षेत्र के मोहनपुरा गांव का है। यहां की आदिवासी महिला काशीबाई पर उसी के भाई गणेश ने आरोप लगाया है कि उसने (काशीबाई) अपनी नाबालिग 14 वर्षीय बेटी का सागर जिले के पिपरिया गांव के धर्मेद्र को एक लाख रुपए में बेचा है। इस सौदे में गांव के ही कुछ लोगों ने दलाल की भूमिका निभाई है।
गणेश ने संवाददाताओं को बताया कि उसकी बहन काशीबाई ने मकान बनाने सहित अन्य काम के लिए कर्ज ले रखा है, इसे चुकता करने के लिए उसने छठी कक्षा में पढ़ने वाली अपनी बेटी का एक लाख रुपए में सौदा किया है। वहीं महिला काशीबाई का कहना है कि उसने अपनी बेटी को बेचा नहीं है, बल्कि शादी की है।
टीकमगढ़ कलेक्टर प्रियंका दास ने सोमवार को बताया कि यह मामला उनके भी संज्ञान में आया है। बच्ची का सौदा नहीं किया गया है, बल्कि उसकी मां शादी की बात कह रही है। महिला की बात मानी जाए तो उसने नाबालिग का विवाह किया है, बाल विवाह भी अपराध है और इसका भी प्रकरण बनेगा।