नईदिल्ली। उत्तरप्रदेश स्थित आगरा शहर एक स्कूल ने अभिभावक को एक करोड़ रुपये का नोटिस थमा दिया है। मानहानि के इस नोटिस में छात्र के बालिग न होने के कारण अभिभावक को धनराशि जमा करने के निर्देश दिए हैं। मामला ST. FRANCIS CONVENT SCHOOL, AGRA से जुड़ा है। स्कूल में पढ़ने वाले मो. शहजान आठवीं क्लास में फेल हो गए। शहजान के फेल होने पर उनके पिता हाजी सगीर अहमद ने स्कूल से इसका कारण पूछा, लेकिन स्कूल ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया।
ऐसे में उन्होंने शिक्षा के अधिकार अधिनियम का हवाला देते हुए स्कूल में प्रार्थना पत्र दिया। हाजी सगीर के प्रार्थना पत्र पर स्कूल ने शहजान की टीसी उन्हें थमा दी। हाजी सगीर ने संयुक्त शिक्षा निदेशक (माध्यमिक शिक्षा) का दरवाजा खटखटाया। जेडी अरविंद कुमार पाण्डेय ने इस मामले में स्कूल को नोटिस दिया। स्कूल की ओर से कोई जवाब न देने पर फिर से नोटिस दिया गया। इसके साथ ही अभिभावकों ने जिलाधिकारी से शिकायत की। मगर स्कूल ने प्रशासन को भी कोई जवाब नहीं दिया। ऐसे में हाजी सगीर ने वकील के माध्यम से स्कूल का नोटिस देकर फेल करने का कारण पूछा गया।
इस नोटिस के जवाब में स्कूल ने छात्र और उसके पिता को एक करोड़ रुपये का नोटिस थमा दिया। स्कूल ने हाजी सगीर और शहजान पर स्कूल की छवि का धूमिल करने के आरोप में मानहानि का नोटिस दिया। स्कूल की प्रधानाचार्या सिस्टर सेंटीना ने कहा कि परीक्षा में फेल होने के बाद छात्र का फिर से टेस्ट कराया था। उसमें भी वह पास न हो सका। अभिभावकों ने बच्चे की टीसी मांगी थी, जिसे स्कूल ने ने दिया। इसके बाद भी छात्र और उसके अभिभावक ने स्कूल को लीगल नोटिस दिया। साथ ही स्कूल की छवि को खराब करने की कोशिश की। इसी के चलते हमने छात्र को नोटिस जारी किया है।