
मामला धौखेड़ा में बने एकलव्य इंटरनेशनल स्कूल का है। इस स्कूल तक पहुंचने वाले मार्ग पर चकाचक सड़क बनाई जा रही है। सुना है इसकी लागत 1 करोड़ के आसपास है। सड़क में क्वालिटी का कुछ इस तरह से खयाल रखा जा रहा है कि भले ही सरकार बदल जाए लेकिन सड़क की सूरत नहीं बदलनी चाहिए।
मंत्री के बयान से नपा ने पल्ला झाड़ा
सड़का का निर्माण कार्य पीडब्ल्यूडी की ओर से कराया जा रहा है। इस सड़क के लिए नगरपालिका के पंप हाउस की आड़ ली जा रही है। बात बढ़ी तो मंत्रीजी कह गए कि नपा के कहने पर वह सड़क बनवा रहे हैं, जबकि नपा का कहना है कि उन्होंने पीडब्ल्यूडी से सड़क बनाने के लिए कहा ही नहीं।
वो सरकारी जमीन नहीं मेरा खेत है साहब
दूसरी ओर इटारसी के किसान सुखवंत सिंह का आरोप है कि उसकी जमीन पर यह सड़क बनाई जा रही है। आपत्ति की तो उसके दो बेटों पर केस दर्ज करा दिया गया। मजेदार बात तो यह है कि मंत्रीजी ने इटारसी के पत्रकारों को भी चमका रखा है। ज्यादातर मीडिया संस्थान किसान का दर्द सुनने को ही तैयार नहीं। अब सवाल यह उठता है कि क्या कोई है जो मंत्रीजी की मनमानी पर लगाम लगा सकता है।