नईदिल्ली। रेल विभाग अपनी व्यवस्थाओं में तेजी से बदलाव कर रहा है। 1 जुलाई के कुछ नए बदलाव प्रभावी होने वाले हैं। इनमें से एक है 'सुविधा ट्रेन'। इसमें यात्री का हर हाल में टिकिट कंफर्म किया जाएगा। हां वो अपग्रेड या डाउनग्रेड हो सकता है। यानि यदि आपने स्लीपर का टिकिट लिया है तो वो एसी में कंफर्म हो सकता है परंतु यदि एसी का टिकिट लिया है और सीट खाली नहीं है तो वो स्लीपर में कंफर्म हो जाएगा।
इसके अलावा मंत्रालय ने पिछले साल एक और स्कीम शुरू की थी जिसके अंतर्गत यात्रियों को अगर एक ट्रेन में कन्फर्म टिकट नहीं मिलता है तो उन्हें उसी रूट की दूसरी ट्रेन में कन्फर्म टिकट दे दिया जाए। यह पायलट प्रोजेक्ट है जिसका नाम विकल्प दिया गया है। सरकार ने यह नई स्कीम 1 नवंबर 2015 से लागू भी कर दी है।
- 1 जुलाई से यह नियम होंगे लागू
- ट्रेनों में वेटिंग लिस्ट का झंझट खत्म हो जायेगा। रेलवे की ओर से चलायी जानेवाली सुविधा ट्रेनों में यात्रियों को कन्फर्म टिकट की सुविधा दी जायेगी।
- तत्काल टिकट कैंसिल करने पर 50 फीसदी राशि होगी वापस।
- तत्काल टिकट कटवाने के नियमों में भी बदलाव हुआ है। सुबह 10 से 11 बजे तक एसी कोच के लिए टिकट बुकिंग होगी, जबकि 11 से 12 बजे तक स्लीपर कोच की बुकिंग होगी।
- राजधानी और शताब्दी ट्रेनों में पेपरलेस टिकटिंग की सुविधा। पेपर वाले टिकट नहीं मिलेंगे, बल्कि आपके मोबाइल पर टिकट उपलब्ध होगा।
- जल्द ही रेलवे अलग-अलग भाषाओं में टिकटिंग की सुविधा शुरू करेगा।
- अभी तक हिंदी और अंग्रेजी में ही टिकट मिलते हैं, लेकिन नयी वेबसाइट के बाद अलग-अलग भाषाओं में भी टिकट की बुकिंग की जा सकेगी।
- रेलवे में टिकट के लिए हमेशा से मारामारी रहती है। ऐसे में शताब्दी और राजधानी ट्रेनों में कोचों की संख्या बढ़ायी जायेगी।
- भीड़भाड़ के दिनों में रेलगाड़ी में बेहतर सुविधा देने के लिए वैकल्पिक रेलगाड़ी समायोजन प्रणाली, सुविधा ट्रेन शुरू करने और महत्वपूर्ण ट्रेनों की डुप्लीकेट गाड़ी चलाने की योजना है।