नईदिल्ली। भारत का 'बुलेट ट्रेन' का सपना साकार होने जा रहा है। 220 किलोमीटर प्रतिघंटा की तूफानी स्पीड से दौड़ने वाली टैल्गो कंपनी के रेच कोच का ट्रायल सफल रहा है। अब यह प्रक्रिया लगातार 12 जून तक चलेगी। इसके बाद धीरे धीरे यह तूफानी रेल नियमित रूप से भारतीय पटरियों पर दौड़ने लगेगी। इस ट्रेन की खास बात यह होगी कि यह कभी एक्सीडेंट का शिकार नहीं होगी। इसमें ऐसे कई सेंसर लगे हैं जो किसी भी संभावित हादसे से पहले ही रेल के पहियों को जाम कर देंगे।
अधिकारियों ने बताया कि टैल्गो कंपनी की सुपर लग्जरी ट्रेन के कोच का ट्रायल भारतीय पटरी पर हुआ। टैल्गो कोच में कई सेंसर लगे हैं। इन सेंसर में कोई कमी तो नहीं, यह देखने के लिए ही रेलवे बोर्ड के मैकेनिकल इंजीनियर हेमंत कुमार ने सेंसर ट्रायल को निर्देश दिए थे। टैल्गो कोच की बर्थ पर रेत से भरे बोरों को रखा गया।
उन्होंने बताया कि इसके बाद सुपर लग्जरी कोच का स्पीड ट्रायल किया जाएगा। यह स्पीड ट्रायल बरेली-मुरादाबाद के बीच 12 जून तक चलेगा। बरेली-मुरादाबाद के बीच ट्रायल में टैल्गो कोच की रफ्तार 115 किमी प्रति घंटा होगी। इसके बाद मथुरा-पलवल ट्रैक पर 180 किमी और दिल्ली मुंबई के बीच 200 से 220 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से स्पीड ट्रायल किया जाएगा।