
सुब्रत रॉय सहारा चार हफ्ते की पेरोल में पुलिस की निगरानी में रहेंगे। अब जल्दी ही उनके लखनऊ आने की संभावना है। मां के निधन के कारण चार हफ्ते की पेरोल मिलने के बाद सुब्रत रॉय सहारा करीब दो वर्ष से अधिक के समय के बाद जेल से बाहर आएंगे।
26 महीने तथा दो दिन बाद होंगे रिहा
सुब्रत राय व अशोक रॉय चौधरी (बहनोई) 26 महीनेे और 2 दिन बाद जेल से रिहा होंगे। मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने चार हफ्ते की पुलिस कस्टडी में पेरोल दी है। इस दौरान पुलिस की टीम सादे कपड़े में साथ रहेगी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा पुलिस कमिश्नरन दिल्ली तय करेंगे कितने पुलिस वाले वाले साथ रहेंगे।
कोर्ट ने कहा कि देश छोड़ कर नहीं जाएंगे और पुलिस कस्टडी में ही रहेगे। कोर्ट ने कहा वो लखनऊ, हरिद्वार और गंगा सागर जा सकते है। अंतिम संस्कार के लिए जा सकते है। जब सहारा के वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि हमें दु:ख है कि बेंच को परेशान करना पड़ा। तब कोर्ट ने कहा कि यह दु:ख की बात है कि मां का देहांत हो गया है लेकिन ये भी देखिये मां मरने के बाद भी बच्चे को प्रोटेक्ट करती है।