अशोक भारद्वाज/उज्जैन। सिंहस्थ कुंभ में आए साधुओं की एक टोली पर आज शाम 6 बजे पुलिस ने हमला कर दिया। लाठीचार्ज में 2 साधु घायल हो गए जबकि कई साधुओं को चोटें आईं हैं। विरोध में करीब एक हजार साधुओं का प्रदर्शन शुरू हो गया है। यह घटना आरएसएस के लक्झरी भक्त निवास में हुई।
उज्जैन में आरएसएस का लक्झरी भक्त निवास है। इसे यहां का 5 स्टार भक्तनिवास भी कहा जाता है। पीड़ित संत इसी भक्त निवास में ठहरे हुए थे। पुलिस ने यहां से निकासी के सभी द्वार बंद कर दिए थे जिससे संतों को परेशानी आ रही थी। निकासी द्वार खुलवाने के लिए भानपुरा पीठाधीश्वर के शिष्यमंडल के संत पुलिस के पास पहुंचे। आरोप है कि इस दौरान पुलिस ने अभद्र भाषा में बात की। संतों ने जब विरोध जताया तो पुलिस भी उग्र हो गई और लाठियां बरसाना शुरू कर दिया। भानपुरा पीठ के यहां करीब 600 संत ठहरे हुए हैं। बताया जा रहा है कि 2 संत इस हमले में गंभीर रूप से घायल हो गए।
संतों का आरोप है कि पुलिस ने यह हमला एडिशनल एसपी जबलपुर बीपी राजपूत के मौखिक आदेश पर किया है। पुलिस की इस कार्रवाई के लिए करीब 1000 संत धरने पर बैठ गए हैं। यह प्रदर्शन लगातार उग्र होता जा रहा है। प्रदर्शन का नेतृत्व जगद् गुरु शंकराचार्य भानपुरा पीठाधीशवर अनन्त श्री स्वामी दिव्यानन्द तीर्थ जी महाराज कर रहे है।
याद दिला दें कि उज्जैन महाकुंभ में यात्रियों एवं संतों के साथ पुलिस की अभद्रता का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी पुलिस पर श्रृद्धालुओं से अभद्रता के कई आरोप लगे हैं। पुलिस की भाषा और बर्ताव यहां कई लोगों को आहत कर चुकी है।