सतना। यहां एक सनसनीखेज वारदात प्रकाश में आ रही है। 5 हजार के इनामी डाकू गोप्पा ने 3 ग्रामीणों को गोलियों से भून डाला। ये तीनों ग्रामीण खुद डाकू से मिलने उसके ठिकाने पर गए थे, जहां यह हत्याकांड हुआ।
जानकारी के अनुसार सतना जिला स्थित औदहा गांव के रैपुरा मजरे में डकैतों ने तीन ग्रामीणों की गोली मारकर हत्या कर दी। डकैतों ने मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की बॉर्डर पर स्थित पहाड़ी इलाके में घटना को अंजाम दिया। मृतकों में विनोद पांडे (35), पप्पू यादव (40) और हरि यादव (40) शामिल है। संभावना जताई जा रही है कि डकैतों ने अपने ठिकाने पर ही तीनों की हत्या की होगी, इसके बाद तीनों के शव गांव के पास फेंक दिए।
इस तिहरे हत्याकांड की सूचना मिलते ही एसपी केके चौधरी मौके पर पहुंचे। पुलिस के मुताबिक 5 हजार का ईनामी दस्यु गोप्पा 75 हजार के इनामी डकैत गौरी यादव गैंग का सक्रिय सदस्य है। ये गिरोह पहाड़ी क्षेत्र में लंबे समय से सक्रिय था। घटना के बाद से ही पूरे इलाके में दहशत का माहौल है।
लाइसेंसी बंदूक मांगने गए थे ग्रामीण
एसपी केके चौधरी के अनुसार दस्यु गोप्पा गैंग ने पिछले महीने एक ग्रामीण की लाइसेंसी बंदूक लूट ली थी। रविवार को विनोद, पप्पू और हरि इसी बंदूक को वापस लेने के लिए डकैत के पास गए थे। संभवत: इससे नाराज होकर डकैतों ने तीनों ग्रामीणों की हत्या कर दी।
सबसे बड़ा सवाल
बड़ा सवाल सिर्फ यह है कि यदि ग्रामीणों ने डाकू के ठिकाने का पता था तो फिर पुलिस अंजान क्यों थी। यदि सामान्य ग्रामीण इतनी आसानी से डाकुओं तक पहुंच सकते हैं तो पुलिस क्यों नहीं पहुंच पाती। कहीं ऐसा तो नहीं कि पुलिस खुद दस्यु समस्या को पनपने का अवसर दे रही है।