मप्र के 5 मेडिकल कॉलेजों की मान्यता लटकी

भोपाल। मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) ने देश के 176 मेडिकल कॉलेजों की एमबीबीएस की मान्यता रोक दी है। इनमें पांच मेडिकल कॉलेज मध्यप्रदेश के हैं। ऐसे कॉलेज सत्र 2016-17 में एमबीबीएस कोर्स शुरू नहीं कर सकेंगे। टीचिंग स्टाफ, मरीज और उपकरणों की कमियां पाए जाने पर एमसीआई ने यह फैसला लिया। इस फैसले से प्रदेश में 750 सीटों पर असर पड़ेगा। देशभर में करीब 15 हजार छात्र प्रभावित होंगे। कॉलेज संचालकों ने अब एमसीआई की अपील समिति में दोबारा निरीक्षण की याचिका लगाई है।

कॉलेजों में पाई गई खामियों काे विस्तार से बताया गया
तीन महीने में देश के 194 मेडिकल कॉलेजों का एमबीबीएस कोर्स की मान्यता के लिए निरीक्षण किया गया था। इस दौरान कुछ कॉलेजों से संबद्ध अस्पतालों में ओपीडी और आईपीडी में मरीज कम मिले। वहीं कुछ कॉलेजों के टीचिंग स्टाफ में डॉक्टरों की संख्या कम पाई गई। दैनिक भास्कर के पास वह रिपोर्ट मौजूद है जिसमें कॉलेजों में पाई गई खामियों काे विस्तार से बताया गया है।

ऐसे मिले मेडिकल कॉलेजों के हाल, डॉक्टर्स के फर्जी दस्तखत
एडवांस मेडिकल कॉलेज भोपाल में एमसीआई टीम को सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. राजेश गट्टानी, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग की प्रमुख डॉ. प्रीति गट्टानी और एनीस्थीसिया विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विकास त्रेहान गैरहाजिर मिले। जबकि अटेंडेंस शीट में तीनों के दस्तखत थे। पता चला कि यह दस्तखत मैनेजमेंट के सदस्यों ने किए थे। इसके अलावा कॉलेज में 29 फीसदी टीचिंग स्टाफ, 48 फीसदी रेसीडेंट डॉक्टर के पद खाली मिले।

सिर्फ 3 मरीज, वो भी फर्जी
एमसीआई टीम 17 मार्च 2016 को जबलपुर के सुखसागर मेडिकल कॉलेज पहुंची। यहां वार्ड में सिर्फ तीन मरीज भर्ती थीं। इंस्पेक्टर्स ने तीनों की बीमारी को लेकर ड्यूटी डॉक्टर जूनियर रेसीडेंट सुहानी दुबे से सवाल किए तो उन्होंने लिखित में तीनों मरीजों के एडमिशन फर्जी हाेने की रिपोर्ट दी। टीम ने मरीजों की अस्पताल से छुट्टी करवाई।

न मरीज मिले, न डॉक्टर
30 मार्च को हुए निरीक्षण में साक्षी मेडिकल कॉलेज अस्पताल गुना में डॉक्टर और मरीज ही नहीं मिले। जबकि कॉलेज प्रबंधन ने अपनी रिपोर्ट में ओपीडी में रोजाना 900 अौर आईपीडी में 300 मरीज भर्ती हाेने की जानकारी दी थी। एमसीआई टीम को यहां केवल कॉलेज के प्रभारी डीन डॉ. सत्या मिले। औचक निरीक्षण से नाराज प्रभारी डीन ने इंस्पेक्शन रिपोर्ट पर दस्तखत करने से इनकार कर दिया।

  • इन्हें नहीं मिली मान्यता
  1. Mahaveer Institute of Medical Sciences and Research (Unit of Jain Sarvodaya Vidhya Gyanpith Samiti). Hospital & Medical College
  2. advance institute of medical science bhopal
  3. sukh sagar medical college & hospital jabalpur
  4. amaltas institute of medical science dewas
  5. modern medical college indore

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