भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता श्री केके मिश्रा ने 5 राज्यों मे सम्पन्न विधानसभा चुनाव परिणामों के दौरान मात्र असम मे कुल 126 सीटों मे हुए मतदान मे 60 सीटों पर कब्जा करनें वाली भाजपा द्वारा फैलाये जा रहे प्रायोजित भ्रम की निंदा की है। उन्होंने कहा कि ‘‘रियूमर मीडिया’’ के माध्यम से भाजपा अपने पक्ष में ऐसा प्रचार कर रही है मानो उसनें इन चुनावों में पाचों राज्यों पर कब्जा कर लिया हो, जबकि हकीकत यह है कि इन चुनावों मे कुल 822 सीटों पर भाजपा नें 670 उम्मीदवार खड़े किये थे जिसमें 478 स्थानों पर भाजपा के प्रत्याशियों की जमानतें जब्त हुई हैं। यानी 71 प्रतिशत मतदाताओं ने उसकी कथित हैसियत का अहसास करा दिया है। यही नहीं, कुल 822 सीटों मे भाजपा सिर्फ 65 सीट पर सिमट के रह गई हैं जबकि कांग्रेस 139 स्थानों पर विजयी हुई है।
आज यहां जारी अपने बयान मे मिश्रा ने स्वीकार किया कि असम मे 15 सालों से लागातार कांग्रेस शासन काबिज रहने के बाद और कुछ स्थानीय फैसलों मे हुई त्रृटि और सत्ता विरोधी लहर की वजह से कांग्रेस वहां सफलता नहीं अर्जित कर पायी और केरल में भी कमोवेश यही स्थिति रही है किन्तु केरल में कुल 140 सीटों के सदन में कांग्रेस नें 51 सीटों पर सफलता पायी है जहां भाजपा को सिर्फ एक सीट ही हासिल हो पायी है।
तमिलनाडु और पाण्डुचेरी मे तो वह अपना खाता भी नहीं खोल पायी है। इन स्थितियों मे राजनैतिक भ्रम फैलाते हुए उसके द्वारा एक लोकतांत्रिक संघीय व्यवस्था में हिटलर और मुसोलिनी की विचारधारायें थोपना स्वस्थ्य व मान्य राजनैतिक परम्पराओं के प्रतिकूल ही कहा जायेगा।