सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। कलेक्टर श्री भरत यादव के निर्देश पर जिला मुख्यालय बालाघाट सहित वारासिवनी, कटंगी अनुविभागीय क्षेत्र में स्थित अवैध कालोनियों की जांच किये जाने पर कटंगी में 22, वारासिवनी में 15 तथा बालाघाट में 61 अवैध कालोनियां पाई गई है।
कंटगी वारासिवनी की 37 कालोनियों के प्रकरणों में बिना अनुमति के अवैध कालोनी निर्माण करने वाले कालोनाइजर के विरूद्ध कार्यवाही करते हुये कालोनियों के भूखण्डों के क्रय विक्रय पर कलेक्टर द्वारा रोक लगा दी गई है। बालाघाट में 61 कालोनियां अवैध पाये जाने पर एसडीएम द्वारा जांच प्रतिवेदन अग्रिम कार्यवाही के लिये कलेक्टर महोदय को प्रेषित किया गया है।
बालाघाट एसडीएम श्री कामेश्वर चैबे ने अवगत कराया की अवैध पाई गई कालोनियों में बिजली पानी सडक सहित अन्य बुनियादी सुविधाओं का अभाव पाया गया है जिसके आधार पर टाउन एंड कन्टी प्लानिंग के प्रावधानों के अनुसार कार्यवाही की जायेगी।
उन्होने बताया की सभी कालोनाइजरों ने नियमों को ताक में रखते हुये प्लाटिंग करवाकर अवैध कालोनियों को निर्माण किया है। जिसमें पार्किंग,गार्डन, बिजली, सड़क, पेयजल, तथा जल निकास की समस्या बनी हुई है।
इन विसंगतियों के चलते जिन लोगों ने प्लाट खरीदकर मकान बनाये है वे सभी परेशान है।
वारासिवनी में पाई गई अवैध कालोनियों में जो कार्य तथा सुविधायें कालोनाईजर द्वारा दी जानी थी उसकी बजाय नगर पालिका परिषद द्वारा मार्ग निर्माण, बिजली, पानी तथा जल निकासी के लिये नालीयां बनवा दी जिस पर लाखों रूपये की जन राशि कालोनियों में व्यय कर अवैध कालोनाइजर को नियम विरूद्ध लाभ पहुचाते हुये जन राशि का दुरूयोग किया है।
तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष निर्दोष माडल के कार्याकाल मेें वारासिवनी की गंगोत्री कालोनी में जयस्तभं से लेकर गंगोत्री कालोनी तक 700 मीटर लम्बा पहुच मार्ग शंकर तालाब की भूमि में बनवा दिया जिस पर 40 लाख रूपये व्यय कर दिये गये जिसके कारण शंकर तालाब की भूमि का रकबा कम हुआ और पर्यावरण को क्षति पहुचाई गई। इसी आरोप में नगर पालिका अध्यक्ष को पद से हटा दिया गया था इतना ही नही इस सड़क निर्माण की फाइल नगर पालिका से गायब कर दी गई।