वैद्य विजेन्द्र शर्मा। ऐसे आर्थराइटिस के मरीज जो पूरी तरह बिस्तर पकड़ जुके है, 40 साल से तकलीफ है या 30 साल से तकलीफ है, कोई कहेगा 20 साल से तकलीफ है, और ऐसी हालत हो सकती है के वे दो कदम भी न चल सकें, हाथ भी नही हिला सकते है, लेटे रहते है बेड पे, करवट भी नही बदल सकते ऐसी अवस्था हो गयी है।
ऐसे रोगियों के लिए एक बहुत अच्छि औषधि है जो इसी के लिए काम आती है। एक पेड़ होता है उसे हिंदी में हरसिंगार कहते है, संस्कृत पे पारिजात कहते है, बंगला में शिउली कहते है, उस पेड़ पर छोटे छोटे सफ़ेद फूल आते है, और फूल की डंडी नारंगी रंग की होती है, और उसमे खुशबू बहुत आती है, रात को फूल खिलते है और सुबह जमीन में गिर जाते हैं।
इस पेड़ के छह सात पत्ते तोड़ के पत्थर में पीस के चटनी बनाइए और एक ग्लास पानी में इतना गरम करो के पानी आधा हो जाये। फिर इसको ठंडा करके रोज सुबह खाली पेट पिलाना है जिसको भी 20,30,40 साल पुराना आर्थराइटिस हो या जोड़ो का दर्द हो। देखते ही देखते सारी तकलीफ गायब हो जाएगी।
इसको 3 महीने लगातार देना है अगर पूरी तरह ठीक नही हुआ तो फिर 10-15 दिन का गेप दे कर फिर से 3 महीने देना है। अधिकतम केसेज मे ज्यादा से ज्यादा एक से डेढ़ महीने मे रोगी ठीक हो जाते है। इसको हर रोज नया बना कर पीना है। ये औषधि Exclusive है और बहुत strong औषधि है इसलिए अकेली ही देना चाहिये,इसके साथ कोई भी दूसरी दवा न दें नही तो तकलीफ होगी।
ध्यान रहे पानी पीने के समय हमेशा बैठ कर और घूंट घूंट पीना चाहिए नही तो ठीक होने मे समय लगेगा।
आपका अपना
वैद्य विजेन्द्र शर्मा