
महिला रोग विशेषज्ञ डा. वंदना ने बताया कि समुद्र में इस बच्चे के आकार का जंतु पाया जाता है, जिसे मरमेड कहा जाता है। हालांकि जन्म के 10 मिनट बाद ही नवजात की मौत हो गई।
सहारनपुर नगर की लेबर कालोनी की रहने वाली प्रेग्नेंट महिला का इलाज आईटीसी रोड स्थित सहीराम हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जब महिला की डिलीवरी करायी जा रही थी। तभी पूरा स्टाफ यह देखकर दंग रह गया कि महिला ने जिस बच्चे को जन्म दिया है वह पूरी तरह से अजीबोगरीब है।
बच्चे का सिर और धड़ फीमेल बेबी की तरह था, जबकि नीचे का हिस्सा पूरी तरह से मछली की तरह था, यानि दोनों पैर पूरी तरह से आपस में जुड़े हुए थे। इस नवजात बच्ची के पंजे भी मछली के पंख की तरह फैले हुए थे। सहीराम हॉस्पिटल के संचालक डा. नीरज आर्य और डा. वंदना ने बताया कि मेडिकल जगत में इस तरह के मामलों को एकोनकेनटान एबलोमल्डी का जाता है। इस प्रकार के केस एक लाख में से एक हो सकते हैं।