नईदिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर 10 मई को उत्तराखंड में दो घंटे के लिए राष्ट्रपति शासन हटाया गया और विधानसभा में बहमत परीक्षण कराया गया। शक्ति प्रदर्शन के बाद सबसे पहले भाजपा के विधायक सदन से बाहर आए। हालांकि विधायकों ने सदन के अंदर की प्रक्रिया साफ नहीं की लेकिन भाजपा विधायक गणेश जोशी ने कहा कि सैद्धांतिक रूप से हमारी विजय हुई पर आंखों के खेल में हम रह गए।
उन्होंने कांग्रेस पर शक्ति प्रदर्शन में धन-बल का प्रयोग किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमने धन-बल का प्रयोग नहीं किया, अगर हम ऐसा करते तो हम भी इसे पा सकते थे। भाजपा विधायकों ने कहा कि जो भी नतीजा होगा वह न्यायालय में सामने आएगा।
गौरतलब है कि बहुमत परीक्षण से पहले उत्तराखंड हाईकोर्ट ने कांग्रेस के 9 बागी विधायकों के वोट डालने पर रोक लगा दी थी। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस नेता हरीश रावत ने शक्ति प्रदर्शन के बाद सदन से बाहर आकर कहा, “मैं सभी देवी देवताओं को धन्यवाद देना चाहता हूं, जनता को प्रणाम करता हूं।” उन्होंने कहा कि मैं सुप्रीम कोर्ट, लोकतांत्रिक बलों, उत्तराखंड के लोगों और ईश्वर का शक्रगुजार हूं। उन्होंने सदन के भीतर की कार्यवाही से परदा उठाने से इनकार करते हुए कहा कि अंदर क्या हुआ इस पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करूंगा। अनिश्चितता के बादल जल्द ही छंट जाएंगे।