शिवपुरी। अक्सर विवादों में रहने वाली शिवराज सरकार की केबिनेट मंत्री कुसुम मेहदेले एक बार फिर चर्चा में हैं। वो एक सार्वजनिक कार्यक्रम के बीच में अचानक मीडिया के कैमरों पर भड़क उठीं। वाक्या शिवपुरी के सर्किट हाउस का है। मीडिया भी महिला मंत्री को करारा जवाब देने वाली थी परंतु स्थानीय नेताओं ने पत्रकारों को यह कहकर समझा दिया कि मंत्रीजी की उम्र हो गई है, वो समझ नहीं पातीं, किससे क्या कह रहीं हैं।
शुक्रवार को सर्किट हाउस में पीएचई मंत्री कुसुम महदेले जनता से रूबरू थी। इस दौरान मीडियाकर्मी भी कवरेज कर रहे थे। इसी बीच एक महिला फरियादी आयी और अपना एक पत्र मंत्री जी को थमाते हुए उनका चरण स्पर्श करने लगी। जब मीडियाकर्मी इसका फोटो लेने लगे, तो मंत्री साहिबा भड़क गईं। और कहने लगी यहां कोई शो नहीं चल रहा है, मुझसे बिना पूछे कोई फोटो अथवा वीडियो न बनाएं। अपनी इस बात को उन्होंने एक बार नहीं कई बार दोहराया। मौजूद मीडियाकर्मी समझ नहीं पाए कि एक सार्वजनिक समारोह के कवरेज में महिला मंत्री को आपत्ति क्या थी। यह कोई गोपनीय कार्यक्रम नहीं था।
यह थी टंटे की जड़
कुछ समय पहले एक मासूम बच्चा इन्ही महिला मंत्री के पैरों में गिर गया था। वो भूखा था और कुछ पैसे मांग रहा था। महिला मंत्री ने उस बच्चे को लात मारकर हटा दिया था। इस घटनाक्रम का वीडियो भी खूब वायरल हुआ था। बाद में महिला मंत्री ने उस बच्चे को शराबी बताया और तमाम तनाव के बाद मामला शांत हुआ था। शिवपुरी में महिला पैरों में जैसे ही गिरी, महिला मंत्री को शायद यही विवाद ध्यान आ गया होगा।