ये वॉलीवुड की हीरोइन नहीं, सिंहस्थ में आई साध्वी है

भोपाल। 21 मई को सिंहस्थ खत्म होने के बाद मेले से जुड़ी कई फोटोज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। इन फोटोज में सिंहस्थ की रंग-बिरंगी झलक देखने को मिल रही है। ये फोटोज अघोर साधना करने वाले साधुओं से लेकर माथे पर तिलक और गले में माला पहने फैशनेबुल लड़कियों तक के हैं। सिंहस्थ का रंग इन फोटोज में देखा जा सकता है। 

ऐसा था सिंहस्थ का आयोजन
उज्जैन में 22 अप्रैल से 21 मई तक सिंहस्थ का आयोजन किया गया। इस आयोजन में भारत के सभी 13 अखाड़ाें के साधु, संत और आचार्य महामंडलेश्वर आए। बता दें कि बारह वर्षों के अंतराल से यह पर्व तब मनाया जाता है जब वृहस्पति, सिंह राशि पर स्थित रहता है। पवित्र क्षिप्रा नदी में पुण्य स्नान की विधियां चैत्र मास की पूर्णिमा से प्रारंभ होती हैं और पूरे एक माह में वैशाख पूर्णिमा के अंतिम स्नान तक कुंभ जारी रहता है। उज्जैन के इस महापर्व के लिए पारंपरिक रूप से दस योग महत्वपूर्ण माने गए। इन्हीं योगों पर क्षिप्रा स्नान करने देश भर से साधु जमा हुए। बाकी समय में ये अलग-अलग जगह साधना करते रहते हैं।

42 विभागों के 16 हजार कर्मचारी, 40 हजार सुरक्षाकर्मी
42 विभागों के 16 हजार अधिकारी व कर्मचारी और 40 हजार सुरक्षा दस्ते ने सिंहस्थ जैसे बड़े महापर्व को सफल करके नया इतिहास रच दिया। अधिकारी-कर्मचारियों में इंजीनियर, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी और राजस्व निरीक्षक के साथ-साथ मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव, कलेक्टर और सचिव भी शामिल रहे। पहली बार एेसा हुआ है कि मानवीय गलती, भूल या अफवाह से किसी भी श्रद्धालु की जान नहीं गई। प्राकृतिक आपदा से जरूर कुछ हादसा हुआ।

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