देहरादून। उत्तराखंड के निवर्तमान सीएम हरीश रावत ने सोमवार को भाजपा को नार्को टेस्ट की खुली चुनौती दी। बागी विधायकों की सदस्यता रद्द होने से उत्साहित रावत ने कहा कि यदि अमित शाह, श्याम जाजू, कैलाश विजयवर्गीय समेत प्रदेश के शीर्ष भाजपा नेता नार्को टेस्ट की हिम्मत दिखाए तो मैं सबसे पहले इस टेस्ट के लिए तैयार हूं।
अपने आवास पर मीडिया से बातचीत में हरीश रावत ने कहा कि आए दिन जारी हो रहे स्टिंगों से प्रदेश की छवि खराब हो रही है। देश दुनिया को लगने लगा है कि उत्तराखंड देवभूमि नहीं, बल्कि स्टिंगबाजों की धरती हो गई है। कोई सैल्फी भी लेता है तो डर लगता है कि कहीं स्टिंग तो नहीं।
रावत ने कहा कि राज्य को विकास की दिशा में ले जाने के लिए और भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए मेरी जान भी चली जाए, मैं तैयार हूं। कांग्रेस के नौ बागी विधायकों की याचिका हाई कोर्ट में खारिज होने पर निवर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि यह ऐतिहासिक निर्णय है। यह संविधान की आत्मा के कातिलों को स्पष्ट संदेश है। दल बदल विरोधी कानून से ही लोकतंत्र बचेगा। मोदीजी और अमित शाह को इससे सीख लेने की जरूरत है। कांग्रेस कार्यकर्ताओ ने नारेबाजी के साथ खुशी का इजहार किया।