भोपाल। संघ के वरिष्ठ नेता व किसान संघ के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभाकर केलकर के सिंहस्थ में समरसता स्नान पर सवाल खड़े किए जाने पर मंगलवार को भाजपा व किसान संघ ने पल्ला झाड़ लिया। केलकर ने यह कहकर विवाद बढ़ा दिया कि समरसता स्नान से ऐसा लगता है जैसे इससे पहले सिंहस्थ में दलित वर्ग के साथ भेदभाव किया जा रहा था।
उनके बयान को भाजपा और किसान संघ ने उनकी व्यक्तिगत राय बताया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा कि केलकर ने जो कहा उनके निजी विचार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि केलकर उनके मालिक नहीं हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह 11 मई को वाल्मीकि घाट पर दलित संतों के साथ नाश्ता करेंगे और बाद में स्नान करेंगे। उनके निजी विचार से देश के 125 करोड़ लोगों को सहमत होना जरूरी नहीं है।