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पीड़ित टूरिस्ट गाइड मुकेश |
रामनगर/उत्तराखंड। भारत के प्रधानमंत्री के कार्यालय में पदस्थ एक आईपीएस अधिकारी ने यहां एक टूरिस्ट गाइड को बेवजह पीट दिया। विरोध में सारे टूरिस्ट गाइड जमा हो गए और कोतवाली में आईपीएस अफसर के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली निवासी एक आईपीएस अफसर अपने तीन दोस्तों संग कॉर्बेट घूमने पहुंचे थे। पार्क प्रशासन ने इन्हें विभागीय परमिट जारी किया था। शुक्रवार अपराह्न् तीन बजे आईपीएस अफसर अपने दोस्तों के साथ बिजरानी जोन मे बिना गाइड के घूम रहे थे। आरोप है कि इस दौरान एक बाघ दिखने पर पर्यटक काफी करीब से फोटो लेने लगे। इस बीच वहां से गुजर रहे गाइड महेंद्र नेगी और मुकेश ने उन्हें ऐसा करने से मना किया। टूरिस्ट नहीं माने तो गाइड मुकेश ने अपने मोबाइल पर उनकी वीडियो बनानी शुरू कर दी। इसे लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गयी। उस वक्त मामला शांत हो गया।
कार्बेट जिप्सी कल्याण समिति अध्यक्ष मदन जोशी का आरोप है कि शाम छह बजे खुद को दिल्ली पुलिस का वरिष्ठ अधिकारी बताने वाला आईपीएस अफसर अपने दोस्तों के साथ बिजरानी गेट पर पहुंचा। यहां चारों ने गाइड मुकेश और महेंद्र को बुरी तरह पीट दिया। इस बीच गाइड जुटने लगे तो चारों वहां से खिसक गए।
साथियों से मारपीट से गुस्साये गाइडों ने कोतवाली पहुंचकर हंगामा शुरू कर दिया। बवाल बढ़ने पर सीओ स्वतंत्र कुमार, कोतवाल कैलाश पंवार आदि फोर्स के साथ कार्बेट पार्क पहुंचे। रात करीब 12 बजे तक कार्बेट पार्क निदेशक समीर सिन्हा की मध्यस्तता में दोनों पक्षों में समझौते का प्रयास चलता रहा। सीओ ने आरोपी के दिल्ली में आईपीएस अफसर होने की पुष्टि की है। एसएसपी स्वीटी अग्रवाल ने बताया कि दोनों पक्षों में वार्ता चल रही है। तहरीर मिलने पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।