एक मुस्लिम महिला की इस्लाम विरोधी प्रदर्शनकारियों के साथ सेल्फ़ी लेती एक तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। ज़ाकिया बेलखीरी नाम की ये महिला बेल्जियम के एंटवर्प में इस्लाम जीवन पद्धति पर आयोजित प्रदर्शनी को देखने गई थीं। वहां उन्होंने देखा कि कार्यक्रम स्थल के बाहर इस्लाम विरोधी एक समूह विरोध-प्रदर्शन कर रहा है। यह देखकर उन्होंने अपने मोबाइल फ़ोन से प्रदर्शनकारियों के साथ कई सेल्फ़ी ले लीं।
इस विरोध-प्रदर्शन का आयोजन एक दक्षिणपंथी संगठन ने किया था। यह ख़ुद को खुले तौर पर इस्लाम विरोधी बताता है। ज़ाकिया बेलखीरी ने बीबीसी ट्रेंडिंग से कहा, ''मैंने यह तस्वीरें ये दिखाने के लिए लीं कि अलग-अलग विचारधारा होने के बावजूद हम साथ-साथ जी सकते हैं। एक दूसरे के आगे नहीं। लेकिन एक दूसरे के साथ रहकर।''
प्रदर्शन की कुछ तस्वीरों को देखने से पता चलता है कि कुछ प्रदर्शनकारी ज़ाकिया बेलखीरी के इस क़दम से ख़ुश थे, हालांकि वो कुछ तख्तियां लिए हुए थे, जिन पर लिखा था, 'हिज़ाब नहीं.', 'मस्जिद नहीं.' और 'इस्लाम को रोको।'
इस्लाम के विरोध में निकाले इस प्रदर्शन का आयोजन करने वाले गुट के प्रमुख सदस्य फ़िलिप डीविंटर ने कहा, ''इस्लाम की यह प्रदर्शनी एक रंगभेदी प्रदर्शनी है, जहां वे एकीकरण की जगह अलगाववाद का प्रचार करते हैं।'' इस प्रदर्शन का निशाना एंटवर्प में पिछले हफ़्ते मुसलमानों के जीवनपद्धति पर आयोजित तीसरी वार्षिक प्रदर्शनी थी।
बेल्जियम की 15 फ़ीसदी आबादी इस्लाम धर्म को मानती है। हाल में ब्रसेल्स हवाई अड्डे पर हुए बम धमाके के बाद ऐसी ख़बरें आई थीं कि धुर दक्षिणपंथी गुटों के समर्थकों की संख्या बढ़ी है।ज़ाकिया बेलखीरी की सेल्फ़ी लेती हुई तस्वीरें लेने वाले फ़ोटोग्राफ़र जुरगन आग्सत्येन से बीबीसी ट्रेंडिंग ने बात की। उन्होंने बताया कि उन्हें वहां उनके एक पत्रकार दोस्त ने जाने को कहा था। ज़ाकिया बेलखीरी ने बीबीसी से कहा, ''मीडिया की वजह से मैं शुरू में शर्मा गईं, क्योंकि मैं मीडिया का ध्यान अपनी ओर नहीं खींचना चाहती थी।"