उज्जैन/धरती के रंग। कुंभ नगरी उज्जैन में एक मंदिर ऐसा भी हैं जहां भगवान के दर्शन मात्र से टूटते रिश्ते भी जुड़ जाने की मान्यता है। यह मंदिर भैरवगढ़ रोड पर भगवान श्रीकृष्ण और उनकी पांचवीं पटरानी मित्रवृंदा का है।
इस मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण, मित्रवृंदा के साथ विराजमान है
मंदिर के पंडित गिरीश गुरु ने बताया संत शंकरगुरुजी की प्रेरणा से मंदिर का निर्माण हुआ था। यह एक मात्र ऐसा मंदिर हैं जहां घर जमाई के रूप में श्रीकृष्ण को स्टेज पर मित्रवृंदा के साथ बैठा रखा है। मंदिर से जुड़े संजीव खंडेलवाल ने बताया मंदिर परिसर में जल्द ही वृद्धाश्रम भी खोला जाएगा, जहां बुजुर्गों को आत्मनिर्भर भी बनाने की योजना है।
विशेष: धरती के रंग पेज पर हम चमत्कारिक मंदिरों, एतिहासिक धरोहरों एवं सामाजिक मान्यताओं इत्यादि के संदर्भ में समाचार प्रकाशित करते हैं। यदि आपके पास भी है ऐसी कोई जानकारी तो कृपया फोटो सहित हमें प्रेषित करें। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक जानकारी पहुंचाई जा सके। हमारा ईपता है: EDITORBHOPALSAMACHAR@gmail.com