
सिंहस्थ हादसे को अकल्पनीय प्राकृतिक आपदा बताते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि जो भी महाकाल में भ्रष्टाचार करेगा, भस्म हो जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले चार सिंहस्थ के दौरान ऐसा कभी नहीं हुआ। वह बोले मैंने जब से होश संभाला उज्जैन में पहली बार ऐसी घटना देखी।
याद दिला दें कि इस बार के सिंहस्थ में शिवराज सरकार पर भारी भ्रष्टाचार के आरोप शुरू से लगते आ रहे हैं। फिर चाहे वो शौचालय निर्माण का मामला हो या 8 घंटे में उखड़ गई सड़कों का। यह पहली दफा हो रहा है जब सिंहस्थ प्रबंधन से जुड़े ज्यादातर नेता और अधिकारी भक्ति भाव नहीं बल्कि कमाई का मौका तलाशते हुए काम कर रहे हैं।
कैलाश विजयवर्गीय ने अपने बयान में किसी का नाम तो नहीं लिया परंतु इस रिक्त स्थान में लोग शिवराज सिंह चौहान का नाम मानकर चल रहे हैं।