
गौरतलब है कि बीएससी नर्सिंग सेकंड, थर्ड और फोर्थ ईयर के छात्र-छात्राओं का रिजल्ट बेहद खराब रहा है। कुल 75 फीसदी नर्सिंग छात्र फेल हुए हैं। छात्रों का आरोप है कि मूल्यांकन में लापरवाही बरती गई है। इस वजह से अधिकतर छात्र-छात्राएं फेल हो गए हैं। लिहाजा, रिजल्ट रिव्यू की मांग को लेकर वो भूख हड़ताल कर रहे हैं।
रविवार को भी छात्र यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक भवन के सामने धरने पर बैठे हैं। नर्सिंग संगठन की सदस्य पूजा सिंह का कहना है कि, छात्र-छात्राएं 47 डिग्री तापमान में खुले आसमान के नीचे धरना दे रहे हैं, लेकिन यूनिवर्सिटी का कोई नुमाइंदा अभी तक उनकी सुध लेने नहीं आया है। उनका कहना है कि इंसाफ मिलने तक उनका आंदोलन लगातार जारी रहेगा।