भोपाल। प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता केके मिश्रा ने घोड़ाडोगरी विधानसभा उपचुनाव में 28 मई को चुनाव प्रचार समाप्त हो जाने के बाद भी निर्वाचन क्षेत्र से सटे डोलरिया गांव में राजस्व मंत्री रामपालसिंह द्वारा 1500 मजदूर मतदाताओं की सभा लेने, उन्हें भोजन कराने और 500-500 रूपये प्रत्येक मजूदर को दिये जाने का गंभीर आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से मांग की है कि राजस्व मंत्री के विरूद्व एफआईआर दर्ज करायी जाये।
निर्वाचन आयोग का कार्य देखने वाले प्रभारी व पार्टी प्रवक्ता जेपी धनोपिया के माध्यम से इस बावत् आयोग को शिकायत भी प्रस्तुत की है, जिसमें 29 मई की रात 9.30-10 बजे के बीच हुई सभा को प्रमाणित करने वाली ऑडियो सीडी भी सौंपी गई है। इस सभा में मतदाताओं को दिये गये प्रलोभन और भाजपा के पक्ष में किये जाने वाले मतदान का आव्हान करने के दौरान एक अन्य मंत्री विजय शाह और भाजपा के प्रदेश महामंत्री अरविंद भदौरिया की मौजूदगी का भी उल्लेख किया है।
श्री मिश्रा ने कहा है कि इस सभा में उन 6000 मजदूर मतदाताओं को आमंत्रित किया गया था, जो मजदूरी के सिलसिले में प्रतिदिन हरदा जिले में आते हैं, किंतु आमंत्रितों की संख्या में 1500 मजदूरों ने शिरकत की। श्री मिश्रा को सभा स्थल से किसी व्यक्ति ने सूचना दी कि ग्राम डोलरिया में राजस्व मंत्री की मौजूदगी में घोड़ाडोंगरी के मतदाताओं को एकत्र कर उक्त नियम विरूद्ध अनैतिक कार्य कर आदर्श आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं, जिस पर उन्होंने मंत्रीजी द्वारा उपयोग किये जा रहे मोबाईल नंबर 9425007397 पर अपने द्वारा उपयोग किये जाने वाले मोबाईल नंबर 9425065151 से रात 10.03 बजे और रात 10.10 बजे फोन किया, जिस पर मंत्रीजी द्वारा माईक से आमसभा को संबोधित किये जाने की स्पष्ट आवाज सुनाई दे रही थी।
दूसरी बार फोन किये जाने पर मंत्रीजी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान का उल्लेख कर अपना संबोधन जारी रखे हुए थे, जिस व्यक्ति ने मोबाईल अटेंड किया, उसने मेरे द्वारा यह पूछने पर कहा कि मंत्रीजी भोपाल के बाहर हैं और वे भाषण दे रहे हैं।
श्री मिश्रा ने कहा कि इन दोनों ही मोबाईल नंबरों की कॉल डिटेल्स और लोकेशन की चुनाव आयोग जांच कराये तो सारी स्थिति अपने आप ही स्पष्ट हो जायेगी। उन्होंने पार्टी के माध्यम से निर्वाचन आयोग से आग्रह किया है कि वे प्रकरण की गंभीरता और राज्य सरकार के राजस्व मंत्री द्वारा मंत्रिमंडल के अपने एक अन्य सहयोगी सहित भाजपा के प्रादेशिक पदाधिकारी की मौजूदगी में आदर्श आचार संहिता की उड़ायी गई धज्जियां और आयोग को दी गई चुनौती के विरूद्ध मंत्री के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराये।