कीर्ति राजेश चौरसिया/उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लोगों के दिलों में जगह बनाने का कोई अवसर नहीं चूकते। शुक्रवार को चाय पिला रहे थे, आधीरात को क्षिप्रा की गश्त लगाई और शनिवार को साधुओं के पंडाल जोड़ते नजर आए। ये वे पंडाल थे जोकि दो दिन पहले आई भीषण आंधी और बारिश से टूट गए हैं। जब लोगों ने खुद सीएम को ऐसे कदम उठाते देखा तो वे सब हैरान रह गए।
शिवराज चौहान शनिवार की दोपहर अफसरों के साथ सिंहस्थ कुंभ के मेला स्थल पर पहुंचे। शिवराज सिंह चौहान ने देखा कि मंगलनाथ इलाके में महंत रामराय जी का पंडाल टूटा हुआ था। साधु-संत इसे सुधारने में लगे थे। उनके साथ सीएम भी पंडाल को बांधने में लग गए। सीढ़ी मंगवाकर वे खुद ऊपर चढ़ पाइप जोडऩे लगे। फिर कुछ लोग और साथ में आए और चंद पलों में पंडाल खड़ा हो गया।