
इस कार्रवाई को जयपुर, सीकर और अजमेर से आई टीम ने अन्जाम दिया। मामले के मुताबिक़ नगर परिषद के ठेकेदार कुलदीप ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत में बताया गया था कि उसकी फर्म का बिल नगर परिषद में बकाया पड़ा है। जिसे पास करवाने की एवज में नगर परिषद एईएन और पार्षद रिश्वत की मांग कर रहे हैं।
इस पर टीम ने कार्रवाई करते हुए अलग-अलग ठिकानों पर दबिश दी। जिसमे एईएन मेजर सिंह को 40 हजार और बीजेपी से वार्ड नंबर बाइस की पार्षद लता चौधरी को 14 हजार रूपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। इस मामले में पार्षद पति को भी हिरासत में लिया गया गया है। आपको बता दें कि लता चौधरी बीजेपी से पार्षद है और उनके पास जिला मंत्री का पद भी है। इस घटनाक्रम के तुरंत बाद बीजेपी ने लता चौधरी को जिला मंत्री के पद से हटा दिया है।