ग्वालियर। सिंधिया राजवंश के प्रिंस महाआर्यामन को लम्बे समय से राजनीति का होमवर्क कराया जा रहा था। उन्हें लोकसभा और लोकतंत्र के वो सभी केंद्र दिखाए, समझाए गए जहां एक बड़े पॉलिटिकल लीडर का अक्सर आना जाना होता है। अब होमवर्क खत्म और इंटर्नशिप शुरू। पहली बार उन्हें पब्लिक प्लेस पर एक राजनेता के तौर पर लाया गया और उन्होंने पब्लिक को एड्रेस भी किया।
सिंधिया राजवंश के प्रिंस महाआर्यामन शुक्रवार को पहली बार एक पब्लिक कार्यक्रम में युवाओं के सामने पहुंचे। अमेरिका में हायर एजूकेशन ले रहे प्रिंस ने युवाओं से कहा कि वे ऐसे शानदार काम करें, जिससे ग्वालियर की पहचान पूरी दुनिया में हो।
हर युवा से वन-टू-वन मिले
प्रिंस महाआर्यामन ग्वालियर में पहली बार पहुंचे। उनकी मां प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया भी साथ थीं। इस प्रोग्राम का आयोजन लायंस क्लब ने किया था। महाआर्यामन समय से इस प्रोग्राम में पहुंच गए और युवाओं में उनको देखने की होड़ सी मची। क्योंकि सिंधिया राजवंश की नयी पीढ़ी, यानि प्रिंस महाआर्यामन पहली बार ग्वालियर में किसी कार्यक्रम में शामिल हुए।
युवाओं को दिया ग्वालियर को ग्लोबल बनाने का मैसेज
साधारण से कुर्ता-पजामा पहने महाआर्यामन प्रोग्राम में पहुंचे औऱ हर सीट पर बैठे व्यक्ति से वन-टू-वन मिले और परिचय लिया। महाआर्यामन ने कहा कि उन्हें गर्व हैं कि ग्वालियर जैसे महान शहर और सिंधिया परिवार से जुड़े हुए हैं। इस शहर की पहचान पूरी दुनिया में बनाने के लिए शानदार काम करें।
गंदगी पर जताई चिंता
महाआर्यामन ने WHO उस रिपोर्ट पर चिंता जताई, जिसमें ग्वालियर को दुनिया का दूसरा सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर बताया है। उन्होंने कहा कि उनके परदादा जीवाजीराव सिंधिया डायबिटीज से पीड़ित थे, लेकिन अब लायंस क्लब इसे दूर करने के लिए रेटिनोथैरेपी अभियान शुरू कर रहा है। इस अभियान से डायबिटीज जैसी बीमारी को दूर करने में मदद मिलेगी औऱ इसमें मेरा, पूरे सिंधिया परिवार के साथ ग्वालियर के लोगों का योगदान होना चाहिए।