
कांग्रेस ने प्रधानमंत्री-संघ प्रमुख से यह भी जानना चाहा है कि इस धार्मिक आयोजन में भाजपा-संघ परिवार को समर्पित युवा-संगम, किसान-संसद, स्वच्छता-मिशन, समरसता स्नान, वैचारिक कुंभ और शबरी स्नान जैसे आयोजनों का अधिकार राज्य सरकार को किसने, क्यों और किसलिए दिया है, क्योंकि जन-धन का दुरूपयोग एक पार्टी और विचारधारा विशेष के पक्ष में खर्च करना हमारी धार्मिक आस्थाओं और संविधान की मूल भावनाओं के भी विपरीत है?
मिश्रा ने इन सभी असंवैधानिक आयोजनों में भाजपा-संघ नेताओं की मौजूदगी को घोर आपत्तिजनक बताते हुए कहा है कि वे धर्म के घोड़े पर सवार होकर राजनैतिक लाभ तो अर्जित कर लेंगे, किंतु उनके इस घृणित कृत्य से सनातन धर्म और हिन्दु समाज की जो हानि होगी, उसकी भरपाई सदियों तक संभव नहीं होगी।