JHANSI। बुन्देलखण्ड में झांसी के पूंछ थाना इलाके में एक PETROL PUMP मालिक ने दलित नौकरों को अर्धनग्न कर बेहरमी से लात-घूसों से पीटा। कर्मचारी रहम की भीख मांगते रहे लेकिन मालिक को उन पर तरस आना तो दूर बल्कि उनके गुप्तांग में पेट्रोल डाल दिया। पेट्रोल पम्प के मालिक का आरोप है कि कर्मचारियों ने डीजल और पेट्रोल चोरी किया है।
झांसी जनपद के थाना पूंछ अन्तर्गत ग्राम सेसा में जनपद जालौन के कैलिया थानान्तर्गत बरल निवासी SURENDRA SINGH का पेट्रोल पम्प है। इस पेट्रोल पम्प पर दलित कर्मचारी विपिन, राघवेन्द्र, प्रहलाद काम करते हैं। तीनों कर्मचारियों का आरोप हैं कि प्रतिदिन की भांति गत दिवस भी वह पेट्रोल पम्प काम करने गये हुये थे। जहां पेट्रोल पम्प के मालिक ने उन्हे बुलाकर पेट्रोल और डीजल चोरी के आरोप में बेहरमी से पीटना शुरु कर दिया।
कर्मचारी चीख-चीखकर रहम की भीख मांगते रहे लेकिन बेहरम पेट्रोल पम्प मालिक को उन पर तरस नही आया। इतना ही नही इसके बाद बेहरम पेट्रोल पम्प मालिक ने उनके गुप्तांग में पेट्रोल डालकर पीट-पीटकर अधमरा कर दिया। पीड़ितों ने इसकी शिकायत थाने की पुलिस से की। जिसके आधार पर पुलिस ने कार्रवाही शुरु कर दी है।
वहीं दूसरी ओर पेट्रोल पम्प मालिक सुरेन्द्र सिंह ने थाने की पुलिस से शिकायत करते हुये बताया कि तीनों आरोपी कर्मचारी उनके पेट्रोल पम्प से डीजल और डीजल पेट्रोल चोरी करते है। इसके बाद सेसा के ही रहने वाले देवेन्द्र को बेच देते हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर उक्त कर्मचारियों को हिरासत में लेकर कार्रवाही शुरु कर दी।
आखिर नौकरों को क्यों नही किया पुलिस के सुपुर्द
इस घटना के बाद सवाल यह है कि आखिर जब पेट्रोल पम्प मालिक ने चोरी केे आरोप में तीनों कर्मचारियों को पकड़ लिया था तो उन्हे पहले पुलिस के सुपुर्द क्यों नही किया गया। क्या कारण था कि मालिक ने कानून को अपने हाथों मे लेकर स्वयं ही सजा दे डाली। कहीं इसके पीछे अपनी दबंगई तो दिखाना नही है। फिलहाल ऐसे ही कई सवाल है। जिनका जवाब खोजने के लिये पुलिस ने दोनों पक्षों की सुनकार कार्रवाही शुरु कर दी है।