भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भरोसेमंद अफसरों में शुमार विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी अरुण भट्ट ने इस्तीफा दे दिया है। अब वो घोड़ाडोंगरी उपचुनाव में भाजपा का काम देखेंगे। भट्ट बैतूल में 3 साल कलेक्टर रहे हैं। शिवराज को भरोसा है कि इस रणनीति के चलते भाजपा घोड़ाडोंगरी उपचुनाव अवश्य जीत जाएगी। भट्ट का काम फिलहाल ओएसडी आरके माथुर देख रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक बैतूल उपचुनाव की घोषणा के साथ ही पूर्व सचिव और वर्तमान में मुख्यमंत्री कार्यालय में बतौर ओएसडी पदस्थ अरुण भट्ट के इस्तीफे की तैयारी हो गई थी। भट्ट ने मुख्यमंत्री से चर्चा के बाद करीब एक माह पूर्व गुपचुप इस्तीफा भी दे दिया था, जिसे दो दिन पहले सरकार ने मंजूर कर लिया।
कोमल सिंह ने भी दिया था इस्तीफा
ठीक इसी तरह 2013 विधानसभा चुनाव के समय मुख्यमंत्री के ओएसडी रहे कोमल सिंह ने इस्तीफा दिया था। चुनाव के बाद सरकार ने उन्हें फिर ओएसडी नियुक्त कर दिया। वैसे भी सेवानिवृत्त अफसरों को ओएसडी के पद पर नियुक्ति देने का अधिकार मुख्यमंत्री और कैबिनेट को है। संभावना जताई जा रही है कि भट्ट को भी उपचुनाव होने के बाद फिर ओएसडी के पद पर नियुक्त किया जा सकता है।
फिर संपर्कों को ताजा करने का मौका
भट्ट ने बताया कि लगातार काम करते रहने के कारण दूसरे कामों के लिए वक्त ही नहीं मिल पा रहा था। सोचा कुछ दिन आराम कर लूं। जहां तब बात घोड़ाडोंगरी उपचुनाव में काम करने की है तो आम आदमी की तरह भूमिका निभाने में कोई अड़चन नहीं है। बैतूल में पदस्थ रहा हूं, इस लिहाज से ट्राइबल बेल्ट में संपर्क भी हैं। इस बहाने एक बार फिर संपर्कों को ताजा करने का अवसर मिल जाएगा।