भोपाल। भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की फेसबुक पर तारीख करने के बाद हटाए गए बड़वानी कलेक्टर एवं आईएएस अफसर अजय गंगवार ने संयमित शब्दों में अपनी प्रतिक्रिया मीडिया के बीच दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि कलेक्टर पद से हटाने से पहले मुझसे पूछा जाता तो ठीक रहता। यदि अब भी जवाब मांगा जाएगा तो निश्चित रूप से अपनी बात रखूंगा। मैंने कुछ गलत नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि जिस तरह कार्रवाई हुई है, वैसे आगे भी परेशान किया गया तो नौकरी भी छोड़ सकता हूं।
महापुरुषों की तारीफ करना अपराध नहीं
गंगवार ने कहा कि महापुरुषों की तारीफ करना अपराध नहीं है। देश में पं. नेहरू, महात्मा गांधी, पं. दीनदयाल उपाध्याय सहित कई महापुरुष हैं। यदि ऐसा है तो आने वाले समय में किसी भी महापुरुष की जयंती या पुण्यतिथि पर होने वाले कार्यक्रमों में कोई भी प्रशासनिक अफसर/कर्मचारी शामिल नहीं हो सकेगा।
फेसबुक पर पोस्ट को लेकर उन्होंने कहा लोगों को पसंद नहीं आया, इसलिए हटा दी। शुक्रवार को गंगवार ने जिला पंचायत सीईओ बी कार्तिकेयन को प्रभार सौंप दिया। उन्होंने कहा कि फेसबुक पर मेरे व्यक्तिगत विचार थे। नेहरू देश के पहले प्रधानमंत्री थे। उन्होंने कोई अपराध नहीं किया था। संविधान में विचारों की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। बावजूद न जाने कैसे इस पूरे मामले को राजनीतिक रंग दे दिया गया। उनका उद्देश्य किसी की भावना आहत करना नहीं था। पं. नेहरू के बारे में लिखने पर उनकी पुण्यतिथि से एक दिन पहले ही ट्रांसफर हो गया।