
पाकिस्तान ने पहले अमेरिका से 8 एफ-16 लड़ाकू विमानों को खरीदने पर सहमति जताई थी। इस सौदे के तहत पाकिस्तान को 27 करोड़ डॉलर का भुगतान करना था। वहीं, सौदे की बाकी रकम का भुगतान अमेरिका अपने विदेशी सैन्य वित्तपोषण निधि से करने वाला था लेकिन, अमेरिकी संसद में पिछले बुधवार को सांसदों ने यह साफ कर दिया कि वे ओबामा प्रशासन को इस सौदे के लिए अमेरिकी निधि का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं देंगे।
डॉन की रिपोर्ट में कहा गया है कि अजीज ने कहा कि पाकिस्तान ए-16 लड़ाकू विमानों की मारक क्षमता को मूल्यवान समझता है। लेकिन, अगर अमेरिका ने अमेरिकी लड़ाकू विमान की खरीद के लिए धन मुहैया नहीं कराया तो पाकिस्तान अपने आतंकवाद रोधी अभियान में एफ-16 की जगह जेएफ-17 थंडर विमानों को दे देगा। जेएफ-17 थंडर लड़ाकू विमानों को एविएशन इंडस्ट्री कॉरपोरेशन ऑफ चायना (एवीआईसी) और उसके पाकिस्तानी सहयोगी पाकिस्तान एरोनॉटिकल कांप्लेक्स (पीएसी) ने मिलकर विकसित किया है।