भोपाल। वो फौजी जो बॉर्डर पर देश की रखा करते हैं, ग्वालियर पुलिस की कथित गुंडागर्दी से परेशान हैं और इच्छामृत्यु मांग रहे हैं।
कांच मिल इलाका निवासी हेमंत सिंह और लोकेन्द्र सिंह आर्मी में हैं और बॉर्डर पर तैनात हैं। छुट्टियां मिलने पर वो ग्वालियर में अपने घर आए हुए थे। इस दौरान दोनों भाई ने मिलकर एक जमीन लेने का मन बनाया। इसके लिए वो महाराजपुरा इलाके में प्रेमपाल सिंह और उसके साथियों के संपर्क में आए।
प्रेमपाल ने उन्हें प्लाट दिखाया जो इन भाइयों को पसंद आया और सौदा 24 लाख में तय हो गया। दोनों भाइयों ने बैंक से लोन लेकर प्रेमपाल को पैसे दे दिए। इसके बाद उन दोनों की परेशानियां शुरू हो गई। हेमंत और लोकेन्द्र सिंह ने जब प्रेमपाल से जमीन का कब्जा मांगा तो वो उन्हें टालने लगा। हेमंत ने कलेक्टर दफ्तर जाकर पता किया तो मालूम हुआ कि प्रेमपाल ने उन्हें सरकारी जमीन बेच दी है।
सच्चाई सामने आने पर हेमंत ने जब प्रेमपाल से पैसे वापस मांगे ते उल्टा उसी ने थाने जाकर सरकारी जमीन पर कब्जे की रिपोर्ट दर्ज करा दी। इतना ही नहीं बल्कि उसने खुद की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराके फौजी भाइयों के खिलाफ अपहरण का आरोप लगा दिया।
पीड़ित भाई जब महाराजपुरा थाने पहुंचे और अपनी आपबीती सुनाई तो उल्टा टीआई उन्हें जेल में बंद करने की धमकी देने लगा। इस सब से तंग आकर अब हेमंत और लोकेन्द्र सिंह इच्छामृत्यु की मांग कर रहे हैं। अपनी इस मांग को लेकर वो गुरुवार को एडीशनल एसपी कुमार प्रतीक के पास पहुंचे जिन्होंने दोनों भाइयों को मामले की पूरी जांच कराने और उन्हें न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है।