शिवपुरी में वितरित हुए पत्रिका अखबार के पेज 09 पर छपी खबर |
ललित मुदगल/शिवपुरी। शिवपुरी डीपीसी द्वारा एक शिक्षक के घर में छापामारी का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। इधर तमाम कर्मचारी संगठन छापामारी के खिलाफ विरोध कर रहे हैं तो डीपीसी ने अपनी शिकायत करने वाले शिक्षक को देश का गद्दार और सिमी कार्यकर्ता जैसा करार दिया है।
- क्या है मामला
- पिछले दिनों डीपीसी शिरोमणि दुबे ने एक शिक्षक अफाक अहमद खान के घर छापामार कार्रवाई की।
- शिक्षक के घर के दरवाजे पर बुलाकर उसके परिवार व पड़ौसियों के बीच बेइज्जत किया।
- शिक्षक ने इस अवैध छापामारी के खिलाफ शिकायत की।
- डीपीसी ने शिक्षक को नोटिस जारी कर सस्पेंड करवा दिया।
- कथित तानाशाही के खिलाफ शिवपुरी के तमाम कर्मचारी संगठन एकजुट हो गए।
- कर्मचारियों ने डीपीसी को हटाए जाने की मांग करते हुए प्रदर्शन किया।
- इसी प्रदर्शन के दौरान कर्मचारी प्रभारी मंत्री कुसुम मेहदेले को भी ज्ञापन सौंपने गए।
- कर्मचारियों ने डीपीसी के खिलाफ कार्रवाई ना होने पर आंदोलन का ऐलान किया है।
मुसलमान कर्मचारी को देश का गद्दार बताया
जब कर्मचारी संगठन के नेता प्रभारी मंत्री को ज्ञापन दे रहे थे, तभी DPC वहां पहुंच गए। उन्होंने बीच में दखल देते हुए प्रभारी मंत्री को बताया कि मेरा विरोध कर रहे कर्मचारियों में से कुछ देश के गद्दार हैं, सिमी कार्यकर्ताओं जैसे हैं। कुल मिलाकर डीपीसी ने खुद को बचाने के लिए मामले को एक नया मोड़ दे दिया, लेकिन यह संवेदनशील विषय है।
- सवाल जिनके जवाब डीपीसी ने अब तक नहीं दिए
- डीपीसी संबंधित शिक्षक के घर अवैध छापामारी करने क्यों पहुंचे।
- शिक्षक को उसके परिवार व पड़ौसियों के बीच अपमानित क्यों किया गया।
- पिछले 5 साल से प्रतिनियुक्ति पर क्यों डटे हुए हैं।
- अपनी प्राइवेट कार को विभाग में अनुबंधित कर व्यापार क्यों कर रहे हैं।
- अपने प्रिय कर्मचारियों को नियम विरुद्ध लाभ क्यों दे रहे हैं।
- निलंबन के समय वो नियमित रूप से आफिस क्यों आते रहे।
- यदि उनके विभाग में शिक्षक देशविरोधी गतिविधियों में संलिप्त हैं तो पुलिस को सूचना क्यों नहीं दी।
- कुछ सवाल शिवपुरी पुलिस से भी
- क्या शिवपुरी में प्रतिबंधित संगठन सिमी का वजूद है।
- क्या शिवपुरी देशविरोधी गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है।
- क्या शिवपुरी के सरकारी कर्मचारी गद्दार हो रहे हैं।
- क्या शिवपुरी पुलिस के पास ऐसी कोई सीआईडी रिपोर्ट है।
- अब जबकि खुलासा हो गया है, क्या शिवपुरी पुलिस सिमी जैसे कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करेगी?
- यदि नहीं तो क्या शिवपुरी पुलिस साम्प्रदायिकता भड़काने का प्रयास करने वाले डीपीसी के खिलाफ कार्रवाई करेगी?