संविदा शिक्षकों की भर्ती व्यापमं नहीं कराएगा

Bhopal Samachar
भोपाल। व्यापमं घोटाला उजागर होने के बाद अब तमाम विभागों के अफसर व्यापमं के माध्यम से भर्ती परीक्षाएं कराना नहीं चाहते। मप्र में संविदा शाला शिक्षक भर्ती परीक्षा भी अब व्यापमं के माध्यम से नहीं होंगी। किस माध्यम से होंगी और कब तक आयोजित होंगी, अधिकारियों के पास इसका कोई जवाब नहीं है। 

व्यापमं से अब कई सरकारी विभाग भी हाथ खींच रहे हैं। व्यापमं सालभर में 20 बड़ी परीक्षाएं कराता था। इसमें करीब 18 लाख छात्र शामिल होते थे। पीएमटी फर्जीवाड़े के बाद व्यापमं ने परीक्षाओं और रिजल्ट की प्रक्रियाओं में कई बदलाव किए। फिर भी वह विश्वास नहीं जमा पा रहा। अब तो हालत यह है कि कई नए विभाग व्यापमं से जुड़ना नहीं चाहते, जो पूर्व से जुड़े हैं, वे अब एक-एक कर दूर हो रहे हैं। 

पिछले दिनों स्लेट का प्रस्ताव मिलने के बाद भी विभाग से परीक्षा कराने के लिए हरी झंडी नहीं मिल पाई। उच्च शिक्षा मंत्री स्लेट परीक्षा को अब मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग से कराने की बात कर रहे हैं। इससे व्यापमं को अपनी इमेज बनाने के लिए अब कोई रास्ता नहीं सूझ रहा। नाम बदलने के बाद भी गलत ब्रांडिंग हो रही है।

ऑनलाइन परीक्षा में भी फेल साबित हुआ
राज्य शासन ने फर्जीवाड़े के बाद व्यापमं के चेयरमैन, डायरेक्टर सहित 90 फीसदी स्टाफ को बदल दिया। कई ऑफलाइन परीक्षा को ऑनलाइन कर दिया गया। फिर भी स्थिति नहीं बदली। कई ऑनलाइन परीक्षाओं के रिजल्ट व्यापमं दो महीने में भी तैयार नहीं कर पा रहा। व्यापमं अपने सिस्टम को बेहतर करने के लिए टेक्निकल एक्सपर्ट ढूंढ़ रहा, लेकिन कोई काम ही नहीं करना चाहता, जो अधिकारी पहले से व्यापमं में हैं, वे भी अब व्यापमं का नाम खराब होने से दूसरे विभागों में जाना चाहते हैं।

कोई जवाब देने को तैयार नहीं
व्यापमं के कामों में अधिकारी रुचि ही नहीं दिखा रहे। चेयरमैन और डायरेक्टर तक कई महीनों से दफ्तर नहीं आए। अधिकारी भी सिर्फ रेगुलर परीक्षा और रिजल्ट के कामों में लगे हैं। ऑनलाइन और नए प्रयोग करने पर किसी का ध्यान नहीं है। व्यापमं की स्थिति पहले से ज्यादा खराब है। वेबसाइट पर दिए गए नंबर पर छात्र फोन लगा रहे हैं, लेकिन कोई संतुष्टिजनक जवाब नहीं मिल रहा।

पीईटी और पीएमटी भी हाथ से गई
बदनामी से बचने के लिए राज्य शासन ने पीईटी और पीएमटी जैसी अहम परीक्षाओं को भी नेशनल स्तर पर होने वाली परीक्षाओं से जोड़ दिया है। अन्य राज्यों की तरह कम से कम पीईटी तो स्टेट लेवल पर किया जा सकता था, लेकिन इसे भी नेशनल स्तर की परीक्षा से जोड़ दिया गया। अब स्टेट लेवल की सभी बड़ी परीक्षा व्यापमं के पास नहीं रही।

व्यापमं अब नहीं करा पाएगा ये परीक्षाएं
प्री इंजीनियरिंग टेस्ट
प्री मेडिकल टेस्ट
स्टेट लेवल एलिजिबिलिटी टेस्ट
वेटरनरी प्रवेश परीक्षा
शिक्षक भर्ती परीक्षा
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