भोपाल। 2 वर्षीय मोदी सरकार की सफलता की कहानियां सुनाने देश भर में केंद्रीय मंत्रियों को भेजा गया है। मप्र की राजधानी भोपाल में चौधरी वीरेन्द्र सिंह को भेजा गया। हिंदी भवन में अंत्योदय सम्मेलन के नाम पर सरकारी खर्चा कर शानदार आयोजन रखा गया, पब्लिक भी आई वो अंत्योदय सम्मेलन के लिए आई थी। काम खत्म हुआ तो पब्लिक भी चली गई। जब मंत्रीजी पहुंचे तो आधे से ज्यादा लोग जा चुके थे। मंत्रीजी ने खाली कुर्सियों को ही अपनी सरकार की सफलताएं गिनाईं।
भोपाल के हिन्दी भवन में भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के दो साल पूरे होने पर अंत्योदय सम्मेलन का आयोजन किया था। कार्यक्रम का समय सुबह 9 बजे से तय था लेकिन, केन्द्रीय ग्रामीण और पंचायतीराज मंत्री चौधरी वीरेन्द्र सिंह समय पर नहीं आये। स्थिति को देखते हुए महापौर आलोक शर्मा और सांसद आलोक संजर सहित स्थानीय नेताओं ने मंच संभालते हुए कार्यकर्ताओं और श्रोताओं को बांधना चाहा लेकिन भीषण गर्मी के आगे उनके प्रयास फेल हो गए।
मुख्य अतिथि के आने के पहले ही जनता उठकर जाने लगी। देखते ही देखते सारी कुर्सियां खाली हो गर्इं। इसी बीच मुख्यअतिथि आ गये और फिर स्थानीय नेताओं ने एक-एक व्यक्ति के सामने हाथ जोड़े व कुर्सियों पर बैठने के लिए कहा। पर, नेताओं की बात कुछ ही लोगों ने मानी। अन्तत: केन्द्रीय मंत्री ले कम उपस्थिति में ही मोदी सरकार की उपलब्धियां बतार्इं।