भोपाल। राजधानी के नजदीक हरदा में जमीन विवाद में दो भाईयों भोपाल के वकील नवीन अग्रवाल एवं उनके भाई सुधीर अग्रवाल की हत्या से शहर आग बबूला हो गया है। पोसट मार्टम के बाद जैसे ही दोनों के शव बाहर आए, परिजनों ने पुलिस अफसरों पर कार्रवाई करने तक शव लेने से इंकार कर दिया। शहर के सैकड़ों लोग शहर कोतवाली थाने पर जमा हो गए और पुलिस पर पथराव कर दिया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस को उल्टे पांव वापस जाना पड़ा।
घटना से गुस्साए लोगों ने थाने पर भी पथराव किया। थाने के फर्नीचर, खिड़की, दरवाजे तोड़ डाले। मृतकों के परिजन भी एसपी, टीआई और थाने पुलिस वालों को सस्पेंड करने की मांग को लेकर थाने में बैठ गए। घटना के बाद हरदा एसपी ने सिराली थाने के टीआई बीएस घुरैया को सस्पेंड कर दिया है, लेकिन अग्रवाल परिवार और व्यापारी एसोसिएशन एसपी, एएसपी को भी हटाने की मांग कर रहे हैं। इस मामले में पीएचक्यू ने पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई की जांच रिपोर्ट भी मंगाई है।
वकीलों ने किया काम बंद, चक्काजाम
तीन दिन से लापता शहर के वकील नवीन और उनके भाई सुधीर अग्रवाल की हत्या से नाराज वकीलों ने गुरुवार को भोपाल जिला अदालत के बाहर जमकर प्रदर्शन किया। वकीलों ने भोपाल जिला अदालत में कामकाज बंद कर चक्काजाम किया।
जिला अदालत के बाहर प्रदर्शन कर रहे वकीलों ने गृहमंत्री बाबूलाल गौर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। वकीलों का कहना है कि यदि वकील प्रोटेक्शन एक्ट लागू नहीं किया गया, तो वे सरकार के खिलाफ पूरे प्रदेश में उग्र प्रदर्शन करेंगे। भोपाल के सराफा बाजार में भी अग्रवाल समाज के लोगों ने दुकानें बंद कर प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई।