
उल्लेखनीय है कि शनिवार को कन्हैया कुमार ने बिहार में सीएम नीतीश कुमार द्वारा लागू की गई शराबबंदी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला करार दिया था। उसके बाद शनिवार को लालू प्रसाद यादव के आवास पर कन्हैया को बड़े शराब कारोबारी विनोद जायसवाल के साथ देखा गया। इसके अलावा मीडिया से बातचीत के दौरान भी विनोद जायसवाल कन्हैया के पीछे साये की तरह खड़े दिखे।
यह सवाल भी उठाए गए हैं कि क्या कन्हैया की बिहार यात्रा को शराब कारोबारी ने फाइनेंस किया है? शनिवार को कन्हैया के काफिले में 11 गाड़ियां थीं, जिनमें से कुछ स्कॉर्पियों और एक टाटा सफारी गाड़ी थी, जिसमें कन्हैया कुमार खुद बैठे हुए थे।
यह भी कहा गया कि पटना को कन्हैया के कार्यक्रम से पहले पोस्टरों और होर्डिंग से पाट दिया गया। कई जगहों पर लगे होर्डिंग्स ऐसे थे, जिनके लिए नगर निगम को मोटा किराया चुकाना पड़ता है। ये सब खर्च कन्हैया के लिए आखिर किसने किया? कन्हैया ने शनिवार को पब्लिक मंच से खुलेआम शराबबंदी का विरोध किया और इसे अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला तक करार दिया था।
कौन है विनोद जायसवाल ?
विनोद जायसवाल बिहार के रहने वाले हैं और झारखण्ड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा सहित कई राज्यों में उनका शराब का बड़ा कारोबार है। कहा जा रहा है कि कन्हैैया ने लालू यादव से शनिवार को करीब डेढ़ घंटे मुलाकात की और इस दौरान विनोद जायसवाल मौजूद थे।