जयपुर। एनआरएचएम के तहत दिए जाने वाले विभिन्न ठेकों में अपना कमीशन वसूलने वाले कृषि और उद्यानिकी कमिश्नर नीरज के पवन को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने गिरफ्तार कर लिया है। आईएएस नीरज को कई दिनों से पूछताछ के लिए ट्रायल पर लिया गया था। अंतत: उनकी गिरफ्तारी कर ली गई। नीरज के साथ इसी घूसखोरी में आईईसी के एडीशनल डायरेक्टर को भी अरेस्ट किया गया है।
आपको बता दें कि एनआरएचएम में रिश्वत लेने के मामले में पदेन शासन सचिव एवं कृषि और उद्यानिकी आयुक्त डॉ. नीरज के पवन भ्रष्टाचार एसीबी के निशाने पर आ गए थे। आईईसी में फ्लैक्स व अन्य सामग्री प्रिंटिंग कर सप्लाई करने वाले एक कारोबारी ने 28 अक्टूबर, 2014 को एसीबी को शिकायत दी थी। इसके अनुसार दलाल अजीत सोनी अपनी फर्म मैपल प्रोडक्शन के जरिए विभाग में काम करवाने के ठेके लेता है।
एसीबी ने 18 मई को आईएएस नीजर के पवन सहित एनआरएचएम के तहत आईईसी में तैनात दो अफसर और एक कर्मचारी सहित दलाल के कुल 18 ठिकानों पर छापे मारे थे। सोनी, पवन के लिए दलाल की भूमिका निभाता था। बताया जा रहा है कि सोनी कंसल्टेंसी की भूमिका में रहते हुए रिश्वतखोरी करता था। यह सुझाव अनिल अग्रवाल ने ही दिया था। अनिल अग्रवाल आईईसी में एडीशनल डायरेक्टर थे।
गौरतलब है डॉ. नीरज के. पवन 4 फरवरी 2016 से पहले 13 जनवरी, 2014 से 12 फरवरी 2016 तक नेशनल हेल्थ मिशन के एडिशनल डायरेक्टर और मेडिकल हेल्थ के संयुक्त सचिव पद पर कार्यरत रहा है।