नईदिल्ली। यह शब्द प्रधानमंत्री मोदी के नहीं हैं लेकिन तात्पर्य यही है। मोदी रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन की दूसरी पारी के संदर्भ में अपनी प्रतिक्रिया दे रहे थे। प्रधानमंत्री ने कहा है कि रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन की दोबारा नियुक्ति प्रशासनिक विषय है और इसमें मीडिया को रुचि नहीं होनी चाहिए। इससे पूर्व भाजपा की ओर से राजन पर लगातार मीडियाई हमले किए गए और कांग्रेस की ओर से भी इस विषय को मीडिया के सामने लाया गया।
मोदी ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि इस प्रशासनिक विषय में मीडिया की रुचि होनी चाहिए।’’ मोदी ने ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ से कहा, ‘‘इसके अलावा यह मुद्दा सितंबर में ही आएगा।’’ उनसे राजन के बारे में पूछा गया था जिनका तीन साल का कार्यकाल सितंबर में समाप्त हो रहा है।
प्रधानमंत्री से पूछा गया, ‘‘क्या आप श्री राजन को केंद्रीय बैंक के गवर्नर के तौर पर फिर से नियुक्त करने के पक्ष में हैं।’’ राजन को खरी-खरी बोलने वाला माना जाता है। वह कई मुद्दों मसलन असहिष्णुता आदि पर अपनी राय रख चुके हैं। यहां तक कि वह भारतीय अर्थव्यवस्था को ‘अंधों में काना राजा’ भी बता चुके हैं।
भाजपा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने राजन पर कई आरोप लगाए हैं। स्वामी ने यहां तक आरोप लगाया है कि राजन दुनिया भर में गोपनीय और संवेदनशील सूचनाएं भेजे हैं। भाजपा नेता ने प्रधानमंत्री से राजन को तत्काल हटाने की मांग की है। स्वामी का यह भी आरोप है कि राजन सार्वजनिक तौर पर मोदी सरकार का अपमान करते रहे हैं।