भोपाल। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने उज्जैन पहुंचकर क्षिप्रा नदी में डुबकी लगाई। अमित शाह के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय और प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने भी मोक्षदायिनी क्षिप्रा में डुबकी लगाई।
उज्जैन में वाल्मिकी घाट पर आयोजित इस कार्यक्रम में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी महाराज, अवधेशानंद महाराज सहित कई साधु-संत मौजूद रहे। बीजेपी की ओर से आयोजित सामाजिक समरसता कार्यक्रम को ऐन वक्त पर 'संत समागम' में बदल दिया गया। यही कारण है कि सभी संत इस मंच पर आ गए हैं। उल्लेखनीय है कि बीजेपी ने दलित संतों के साथ स्नान और सहभोज के सामाजिक समरसता कार्यक्रम का ऐलान किया था, जिसका विभिन्न संतों ने विरोध किया था।
तीव्र विरोध के चलते अंतत: भाजपा को अपने समरसता स्नान के कार्यक्रम को रद्द करना पड़ा और सिंहस्थ जैसे धार्मिक आयोजन में लास्ट टाइम पर अपना दलित कार्ड छुपा लेना पड़ा। अमित शाह के इस स्नान को भाजपा ने संत समागम नाम दिया।