नरसिंहपुर। ज्योतिष एवं द्वारकापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने दलितों से पुरोहित कर्म कराए जाने के मामले में परमहंसी गंगा आश्रम में ब्राह्मण समाज की बैठक के बीच यह कहा कि शिवराज सरकार की नीतियां धर्म को बांटने वाली हैं। अगर मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री को वास्तव में दलितों से प्रेम है तो वह स्वयं इस्तीफा देकर किसी दलित को मुख्यमंत्री बनाने का मार्ग प्रशस्त करें।
शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद जी के सान्निध्य में हुए बैठक में बड़ी संख्या में ब्राह्मण मौजूद रहे। मीडियाकर्मियों की भी उपस्थिति रही। उन्होंने कहा कि दलित समाज के अभिन्न हिस्सा हैं। उनके साथ भाईचारे और बराबरी की बात दो कदम आगे बढ़कर होना चाहिए, लेकिन सामाजिक व्यवस्थाओं को तोड़ने की बात नहीं की जाना चाहिए।
अगर ब्राह्मणों की वजाय किसी और वर्ग से पूजा-पाठ या पुरोहित कर्म कराए जाते हैं तो इस का असर सामाजिक व्यवस्था पर पड़ेगा। शंकराचार्य ने कहा कि आज भाजपा और आरएसएस की नीति हिन्दू विरोधी हो रही है। वह ब्राह्मणों से पुरोहित कर्म छीनकर धर्म को बांटने वाली नीति अपना रही है और यह सब वोट की राजनीति के कारण किया जा रहा है।