बरेली। दरगाह आला हजरत के मरकज दारुल इफ्ता के मुफ्ती-ए-इकराम ने बाबा रामदेव के पतंजलि उत्पादों के बहाने गौमूत्र के खिलाफ फतवा दिया है। मुफ्ती-ए-इकराम का कहना है कि पेशाब नापाक है। अगर इसका इस्तेमाल दवा में भी किया जाता है तो बतौर दवा भी नाजायज और हराम है।
मरकज दारुल इफ्ता से मुहम्मद बख्तेयार खां ने पतंजलि कंपनी के उत्पादों के बारे में पूछा था। उनका दावा था, कंपनी में जितने भी उत्पाद बनाए जाते हैं सभी गाय का पेशाब मिलाकर बनते हैं। शरीयत के लिहाज से पतंजलि के उत्पाद का इस्तेमाल करना जायज है या नहीं?
मरकज दारुल इफ्ता के सदर मौलाना मुफ्ती मुहम्मद हकीम मुहम्मद मुजफ्फर हुसैन कादरी और मुफ्ती मुहम्मद अली रजवी ने कहा, पतंजलि हो या कोई और कंपनी। अगर गाय के पेशाब की मिलावट किसी भी उत्पाद में है तो वह हराम है। ऐसे उत्पाद का खाना-पीना और लगाना भी हराम करार दिया।
- हिंदू ग्रंथों में दर्ज हैं गौमूत्र के फायदे
- किसी भी प्रकार के संक्रमण नष्ट करने की चमत्कारी शक्ति है।
- सभी कीटाणुजन्य व्याधियाँ नष्ट होती हैं।
- दोषों (त्रिदोष) को समान बनाता है। अतएव रोग नष्ट हो जाते हैं।
- यकृत (लिवर) को सही कर स्वच्छ खून बनाकर प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
- शरीर के आरोग्यदायक तत्त्वों की कमी की पूर्ति करते हैं।
- गौमूत्र में कई खनिज, खासकर ताम्र होता है, जिसकी पूर्ति से शरीर के खनिज तत्त्व पूर्ण हो जाते हैं।
- स्वर्ण क्षार भी होने से रोगों से बचने की यह शक्ति देता है।
- मानसिक क्षोभ से स्नायु तंत्र (नर्वस सिस्टम) को आघात होता है। गौमूत्र को मेध्य और हृद्य कहा गया है। यानी मस्तिष्क एवं हृदय को शक्ति प्रदान करता है। अतएव मानसिक कारणों से होने वाले आघात से हृदय की रक्षा करता है और इन अंगों को होने वाले रोगों से बचाता है।
- किसी भी प्रकार की औषधियों की मात्रा का अतिप्रयोग हो जाने से जो तत्त्व शरीर में रहकर किसी प्रकार से उपद्रव पैदा करते हैं उनको गौमूत्र अपनी विषनाशक शक्ति से नष्ट कर रोगी को निरोग करता है।
- विद्युत तरंगें हमारे शरीर को स्वस्थ रखती हैं। ये वातावरण में विद्यमान हैं। सूक्ष्मातिसूक्ष्म रूप से तरंगें हमारे शरीर में गौमूत्र से प्राप्त ताम्र के रहने से ताम्र के अपने विद्युतीय आकर्षक गुण के कारण शरीर से आकर्षित होकर स्वास्थ्य प्रदान करती हैं।
- गौमूत्र रसायन है। यह बुढ़ापा रोकता है। व्याधियों को नष्ट करता है।
- आहार में जो पोषक तत्त्व कम प्राप्त होते हैं उनकी पूर्ति गौमूत्र में विद्यमान तत्त्वों से होकर स्वास्थ्य लाभ होता है।