लखनऊ। गुजरात की इस महिला ने यूपी की सियासत में सनसनी फैला रखी है। व्यावसायिक रसूख वाले अरबपति परिवार की प्रीति महापात्रा ने राजनीति के मैदान में आने के लिए यूपी को चुना है। प्रीति ने यहां से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर राज्यसभा के लिए आज पर्चा भरा है। प्रीति को लेकर सियासी कयासों का दौर चल पड़ा है। कोई प्रीति को भाजपाई बता रहा है, तो कोई राष्ट्रीय राजनीति के दिग्गजों से जुड़े होने की बात कर रहा है।
प्रीति ने दो सेटों में राज्यसभा का नामांकन पत्र दाखिल किया है। रोचक बात यह है कि आमतौर निर्दलीय प्रत्याशियों को प्रस्तावक ढूंढ़े नहीं मिलते, पर गैरप्रांत की रहने वाली प्रीति महापात्रा के लिए प्रस्तावक बनने के लिए विधायकों में होड़ लग गई है।
बताया जा रहा है कि प्रीति महापात्रा व्यवसायिक रसूख रखने वाले अरबपति परिवार की रहने वाली है। यही वजह है कि यूपी के सियासी गलियारों में प्रीति के प्रति भारी श्रद्धा भाव उमड़ पड़ा है। प्रीति महापात्रा के सियासी मैदान में उतरने के पीछे के समीकरणों को लेकर खासी उधेड़बुन मची हुई है। यही वजह है कि प्रीति को वोटिंग करने के लिए सभी दलों के विधायकों में लालसा देखते बन रही है।
विधायकों के बीच प्रीति को लेकर मची होड़ नामांकन के दौरान खूब दिखी। प्रीति के कई निर्दलीय प्रस्तावक बन गए, जिनमें प्रमुख रूप से अपना दल के आरके वर्मा, रामपाल यादव, निर्दलीय विधायक फतेह बहादुर सिंह प्रस्तावक बने। बीजेपी विधायक सलिल विश्नोई, बावन सिंह प्रस्तावक। बीजेपी विधायक उपेंद्र तिवारी, आशुतोष टंडन, बीजेपी विधायक कपिलदेव भी प्रीति के प्रस्तावक बन गए। विधायक बाला प्रसाद अवस्थी, कृष्णा पासवान भी प्रस्तावकों में शामिल रहे।
इसके बाद काफी जोश के साथ प्रीति महापात्रा ने राज्यसभा के लिए नामांकन किया। प्रीति के निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में उतरने से राज्यसभा की 11 सीटों के लिए अब मतदान होना लगभग तय हो गया है। गुजरात से यूपी में चुनाव लड़ने आई हैं अरबपति प्रीति। वे व्यापारी हरि महापात्रा की पत्नी हैं। प्रीति के मैदान में आने से कई विधायकों की आंखों की चमक बढ़ गई है।