भोपाल। केंद्र सरकार और शिवराज सिंह चौहान के बीच एक बार फिर 'अंडे को लेकर डंडे' चलना शुरू हो गए हैं। केंद्र सरकार चाहती है कि मप्र की आंगनवाड़ियों में अंडे परोसे जाएं, जबकि शाकाहारी शिवराज इससे साफ इंकार कर चुके हैं। बहुत समय पहले ही इस मामले की राख भी साफ हो चुकी थी लेकिन केंद्र की ओर से आए एक पत्र ने फिर से ठंडे हुए शोलों को हवा दे दी।
केंद्र ने आंगनवाड़ियों में अण्डा वितरण के लिए रिमाइंडर भेजा है। इस रिमाइंडर में एक बार फिर अंडे का फंडा समझाया गया है। फायदे बताते हुए कहा गया कि इससे बीमारियों से लड़ने की ताकत भी मिलती है और अंडे का इस्तेमाल बढ़ने से इसकी पैदावार करने वाले लोगों को भी मुनाफा होगा। बावजूद इसके, तीन महीने का वक्त बीतने के बाद भी अभी तक कुछ नहीं किया गया है।
महिला एंव बाल विकास विभाग के प्रधान सचिव जेएस कनसोठिया ने कहा, ‘पत्र पर अभी विचार किया जा रहा है, जैसे ही सीनियर्स की तरफ से कोई फैसला आएगा इसे लागू कर दिया जाएगा।’ वहीं, शाकाहारी सीएम शिवराज सिंह का इसपर विचार करने का कोई मूड नहीं लगता। उनके दफ्तर के एक अधिकारी ने कहा, ‘शिवराज सिर्फ एक पत्र के आ जाने से अपना फैसला मुश्किल ही बदलेंगे।’