
डेढ़ लाख रुपए कर्ज के बदले कराते थे बंधुआगिरी
पुलिस के अनुसार अतुल और उसके पिता जगदीश ताराचंद मानकर परिहार के खेतों पर तीन साल से मजदूरी कर रहे थे। उन्होंने डेढ़ लाख रुपए उधार ले रखे थे। इसी के बदले में मजदूरी कराई जा रही थी। दोनों ने पिछले दिनों काम छोड़कर अपने गांव जाने की इच्छा जताई तो परिहार के बेटों अभय और राकेश ने उन्हें पहले डेढ़ लाख रुपए चुकाने के लिए कहा, लेकिन पिता-पुत्र बगैर रुपए चुकाए गांव चले गए।
घर से घसीटकर वापस ले आए
गुरुवार रात अभय और राकेश अपने साथियों प्रवीण और जंदेलसिंह को लेकर पहुंचे। जब वे जबरदस्ती जगदीश को लेकर खुड़ैल आ रहे थे, तभी अतुल ने विरोध किया। इस पर चारों ने अतुल को घेरकर उस पर पत्थरों से वार किए। बुरी तरह घायल अतुल की मौत हो गई। जगदीश ने बेटे को बचाने की कोशिश की लेकिन चारों उसे गाड़ी में डालकर साथ ले आए।
सालों तक ताई के प्रतिनिधि रहे परिहार
देवराजसिंह परिहार और उनके परिजन के पास ग्राम खंडेल में 300 बीघा से ज्यादा जमीन है। भाजपा की ग्रामीण राजनीति में प्रभाव रखने वाले परिहार सालों तक सांसद सुमित्रा महाजन के प्रतिनिधि रहे। इस मुद्दे पर उनसे संपर्क का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।