
मामला क्या है
मप्र पुलिस की भर्ती प्रक्रिया में आरक्षित वर्ग के लिए मप्र का मूल निवासी होना अनिवार्य किया गया है परंतु सामान्य वर्ग के लिए यह शर्त हटा दी गई है। इसके चलते सामान्य वर्ग में भर्ती के लिए किसी भी राज्य के अभ्यर्थी आवेदन कर सकते हैं। आंदोलनकारियों के अनुसार यह समान्य वर्ग के साथ अन्यायपूर्ण कदम है। इसके विरोध में प्रदेश भर में प्रदर्शन का दौर जारी है।
मुरैना में क्या हुआ
मंगलवार सुबह एनएसयूआई के कार्यकर्ता पुलिस भर्ती परीक्षा में दूसरे राज्यों के आवेदकों के शामिल होने के नियम का विरोध करने कलेक्टर कार्यालय पर पहुंचे थे। कलेक्टर कार्यालय पर काफी देर तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद कार्यकर्ता और अन्य छात्र चक्काजाम करने के लिए एनएच-3 की तरफ रवाना हो गए। इसी दौरान पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक रोकने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारी उग्र हो गए। उन्होंने कोतवाली क्षेत्र में पुलिस पेट्रोल पर पथराव कर उसमें जमकर तोड़फोड़ कर दी। इसके अलावा भी कई सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया।
TI घायल, SDM गिर पड़े
प्रदर्शनकारियों को काबू में करने के लिए पुलिस ने बलप्रयोग किया। इसके बावजूद हालात काबू में नहीं आए तो पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ दिया। बताया जा रहा है कि पथराव में टीआई सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके अलावा भगदड़ के दौरान एसडीएम भी सड़क पर गिर पड़े थे।
पुलिस ने अब तक इस मामले में कुछ प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि सिंहस्थ की वजह से जिले का अधिकांश पुलिस बल उज्जैन में हैं। इस वजह से प्रदर्शनकारियों को काबू में करने में पुलिस को दिक्कत पेश आ रही है।