जबलपुर। कहते हैं ना कि पुलिस की लाठियों के चलते आदमी वो सबकुछ भी कबूल लेता है जो उसने कभी नहीं किया होता। इस मामले में ऐसा ही हुआ। जबलपुर पुलिस ने 13 दिन से गायब गैंगरेप पीड़िता की की हत्या की एक कहानी रची, गैंगरेप के एक पुराने आरोपी को दबोचा और मीडिया के सामने पेश कर दिया। इधर पुलिस ने पीड़िता की हत्या का ऐलान किया उधर गैंगरेप पीड़िता जिंदा प्रकट हो गई। पता चला कि वो तो शादी करने के लिए भागी थी।
16 मई को दोपहर 12 बजे किशोरी घर से अहमद नगर स्थित टेलर के पास जाने का कहकर निकली और लापता हो गई। उसकी मां ने 17 मई को गोहलपुर थाने में गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। मां का आरोप था कि उसकी बेटी के साथ गैंगरेप के 9 आरोपी जमानत पर बाहर हैं। जबकि मामले में अगले बयान 31 मई को हैं। जिसके चलते बेटी को अगवा करके हत्या कर दी गई है। पुलिस ने उनसे पूछताछ की लेकिन कुछ पता नहीं चला। इधर मामला राजधानी तक पहुंच गया। जबलपुर पुलिस दवाब में आ गई।
फरार आरोपी को पकड़ा और हत्या कबुलवा दी
किशोरी से गैंगरेप के 12 आरोपियों में से 3 अशोक पटेल, सनी और टायगर अभी भी फरार थे। इसी बीच 1 फरार ईनामी आरोपी अशोक पटेल पकड़ा गया गया। बस फिर क्या था, पुलिस ने ऐसे डंडे बरसाए कि उसने पुलिस की पिटाई से बचने के लिए हत्या करना भी स्वीकार कर लिया। पुलिस ने जैसी कहानी बताई, उसने सब स्वीकार कर ली। पुलिस ने दावा किया कि अशोक पटेल ने ही युवती की हत्या कर उसकी लाश को दफना दिया है। मीडिया बुलाई गई और हत्याकांड का खुलासा कर दिया गया।
युवती तो जिंदा निकली
इधर जब युवती की हत्या की खबर फैली तो उसका प्रेमी नरेन्द्र कुशवाह उर्फ छोटू सामने आ गया। उसने पुलिस को बताया कि युवती तो जिंदा है। वह भागकर उसके घर आ गई थी। दोनों ने शादी भी कर ली है। गुस्साई पुलिस ने युवती के प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस का कहना है कि गैंगरेप के आरोपी अशोक पटेल ने खुद हत्या करना स्वीकार किया था।