उज्जैन। सिंहस्थ के आखिरी शाही स्नान में शनिवार को श्रद्धालुओं का हुजुम उमड़ पड़ा। प्रशासन का दावा है कि करीब 60 लाख से ज्यादा लोग उज्जैन पहुंचे। इस मौके पर मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और उनकी पत्नी साधन सिंह ने भी स्नान किया। वे शिप्रा में डुबकी लगाते समय बेहद प्रसन्न नजर आए।
शैव तथा वैष्णव अखाड़ों ने क्रमश: दत्त अखाड़ा और राम घाट पर समानान्तर रूप से एक समय में स्नान किया। सर्वप्रथम जूना अखाड़ा ने प्रात: तीन बजे दत्त अखाड़ा पर स्नान आरंभ किया। सजे हुए हाथी के साथ आया जूना अखाड़ा का जुलूस, डमरू, दुंदभी, घंटी तथा शंख की ध्वनि से गुंजायमान हुआ। स्नान के समय साधु उत्साह, उमंग तथा उल्लास से सराबोर थे। साधु ने क्षिप्रा में लगे बेरीकेडस पर खड़े होकर डमरू बजाया और हर-हर महादेव का उदघोष किया।
पुण्य सलिला क्षिप्रा में लगाए गए प्रकाशमान फव्वारों पर खड़े होकर साधु ने नदी तथा फव्वारा स्नान का आनंद उठाया। जूना पीठाधीश्वर महामण्डेलश्वर स्वामी अवधेशानंद के छत्र के साथ आगमन के बाद फोटो-वीडियो लेने के लिए जैसे होड़ लग गई। बड़ी-बड़ी जटायें, धूनी रमाये और माथे पर त्रिपुंड लगाये अदभुत जीवन-शैली वाले नागा साधुओं को अपने कैमरे में कैद करने के लिए देशी एवं विदेशी छायाकार आतुर दिखाई दिए।
शाही-स्नान के समय साधुगण भारत माता-धरती मैय्या और क्षिप्रा मैय्या की जय के भी नारे लगा रहे थे। शाही-स्नान में कई महिला-पुरूषों ने गेरूआ वस्त्र धारणकर पुण्य स्नान किया।