नईदिल्ली। झारखंड राज्य की रांची सीबीआई की टीम ने सीआरपीएफ के 133 बटालियन के डिप्टी कमांडेंट विनीता कुमारी को नियुक्ति परीक्षा में गड़बड़ी करने के आरोप में देर शाम उनके न्यू अलकापूरी आवास से गिरफ्तार कर लिया. विनिता कुमारी पर अपने पति अरविंद कुमार सिंह के साथ मिलकर जेनरल कंस्टेबुल के पद पर होने वाले नियुक्ति में गड़बड़ी करने का आरोप है.
अरविंद से कोलकाता में पूछताछ
इस मामले में सीआरपीएफ मुख्यालय की शिकायत पर सीबीआई की एंटी करप्शन ब्रांच ने बुधवार को मामला दर्ज करने के बाद गुरुवार को रांची के अलकापुरी और कोलकाता में विनिता कुमारी के पति अरविंद कुमार सिंह के आवास पर एक साथ छापेमारी की. जिसके बाद विनिता कुमारी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
वहीं अरविंद कुमार सिंह से कोलकाता में पूछताछ की जा रही है. मिली जानकारी के मुताबिक 2015 में स्टाफ सेलेक्शन कमीशन के द्वारा बिहार-झारखंड के कई केन्द्रों पर जेनरल कंस्टेबुल की परीक्षा आयोजित की गई थी जिसके बाद मेडिकल परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई. डॉ अरविंद कुमार सिंह उस समय सीआरपीएफ में अनुबंध पर डाक्टर थे.
क्या मिला छापेमारी में
सीबीआई विनिता कुमारी से देर रात तक मोरहाबादी स्थिति एसीबी कार्यालय में पूछताछ करती रही और आवास से जब्त दस्ताबेज की छानबीन की. नियुक्ति में गड़बड़ी संबंधी दस्तावेज मिले. दस्तावेज में उम्मीदवारों के रोल नंबर सहित कई ब्योरे दर्ज मिले.
ऐसे चलता था रैकेट
विनीता का पति कोलकाता में बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर फंसाता था. मेडिकल अनफिट रहने जैसे कलर ब्लाइंडनेस, फ्लैट फीट्र नॉक नी, आई विजन जैसी समस्या रहने पर भी चयन करा देने की बात करता था. इसके एवज में अभ्यर्थी से लाख रुपए घूस लेता था. इसके बाद विनीता का काम शुरू होता था. वह मेडिकल बोर्ड के डॉक्टरों को अपने पद का हवाला देकर फोन करती थी. उसे चार पांच कैंडिडेट के रोल नंबर और नाम देती थी. फिर उससे उसका एकाउंट नंबर पूछती थी. प्रति कैंडिडेट डॉक्टरों को 20 से तीस हजार रुपए का भुगतान किया जाता था.